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ख़ास खबर : देहरादून की तस्वीर बदलने में ख़ास होंगें ये 2 बड़े बदलाव

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून कईं मायनों में ख़ास है लेकिन इससे जुडी दुश्वारियां भी कम नही हैं जिनमें से एक है चौपट ट्रैफिक व्यवस्था का जंजाल अब इससे निजात पाने की दिशा में सरकारी अधिकारी 2 बड़े बदलाव को दो कदम की दुरी चलते दिख रहे हैं

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : जनपद देहरादून की अति विशिष्ट एवं महत्वकांक्षी योजना के अंतर्गत Four Lane Elevated Road फोर लेन एलिवेटेड रोड बनाये जाने हैं ये हैं

(1) रिस्पना नदी के साथ फोर लेन ऐलिवेटेड

और

(2) बिंदाल नदी के साथ फोर लेन एलिवेटेड रोड

आज सचिव, लोक निर्माण विभाग डा0 पंकज कुमार पाण्डेय के द्वारा पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अभियन्ताओं एवं कन्सलटेंसी फर्म के विषेषज्ञों के साथ गहन स्थलीय निरीक्षण किया गया।

ये हैं प्रस्तावित परियोजना

(1) एलिवेटेड रोड परियोजना के अन्तर्गत रिस्पना एलिवेटेड रोड़ 11.00 कि0मी0

 

► रिस्पना नदी के along ऐलिवेटेड मार्ग विधान सभा के समीप रिस्पना पुल से प्रारम्भ होकर राजपुर-सहस्त्रधारा मार्ग पर नागल सेतु पर जुड़ता है,
► जो कि सहस्त्रधारा क्रासिंग के समीप सेतु एवं धोरण पुल के पास दो स्थलों पर संलग्न मुख्य मार्गो से भी जुड़ेगा।

एवं

(2) बिंदाल एलिवेटेड रोड़ 15.00 कि0मी0 लंबी है,

जो चार लेन में बनायी जानी प्रस्तावित हैं।

► बिन्दाल नदी के along ऐलिवेटेड मार्ग हरिद्वार बाईपास (NH -72) पर कारगी के समीप बिन्दाल सेतु से प्रारम्भ होकर राजपुर रोड पर डाईवर्जन से आगे सांई मन्दिर पर जुड़ता है
► जो कि सहारनपुर रोड़ पर लाल पुल एवं चकराता रोड़ पर बिन्दाल पुल पर भी यातायात को संयोजकता प्रदान करेगा।

लोक निर्माण विभाग, सचिव,डॉ0 पंकज कुमार पाण्डेय द्वारा दोनों ऐलीवेटेड रोड परियोजना के प्रारंम्भ बिन्दु, अंतिम बिन्दु ,समस्त क्रासिंग के अलावा अन्य संवेदनशील स्थानों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया

उन्होंने इसके तकनीकी बिन्दुओं के साथ व्यवहारिक पक्षों पर भी चर्चा की।

डॉ0 पाण्डेय ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राष्ट्रीय राजमार्ग, एन0एच0ए0आई0 के अधिकारियों से समन्वय बनाकर रिंग रोड एवं जोगीवाला फ्लाई ओवर के संरेखण का भी संज्ञान लेते हुये आवष्यकतानुसार संशाोधन कर लिया जाय।

इसके साथ ही मुख्य अभियंता, लो0नि0वि0 को निर्देश दिये कि आराघर से रिस्पना पुल को भी अलग फ्लाई ओवर से जोड़ने की फिजिबिलिटी स्टडी करा ली जाय।

डॉ पांडेय ने निर्देश दिए कि दोनों संरेखणों में पड़ने वाले समस्त यूटिलिटी से सम्बन्धित विभागों PITCUL, UPCL, जल संस्थान एवं पेयजल निगम से समन्वय बनाकर उनकी प्रभावित सेवाओं के शिफ्टिंग हेतु वास्तविक आंकलन के आधार पर आगणन प्राप्त कर लिया जाय।

उन्होंने निरीक्षण के दौरान उपस्थित मुख्य अभियंता,अधिशासी अभियंता एवं कसंलटेंट को निर्देश दिये हैं कि दोनों नदियों की वर्तमान स्थिति एवं प्रस्तावित/ऐलिवेटेड मार्गो के डिजाईन की चौड़ाई के सापेक्ष प्रभावित भूमि/संरचना की स्पष्ट स्थिति के साथ तकनीकी बिन्दुओं पर आवश्यक संशोधन करते हुये एक सप्ताह के अन्दर उनके संज्ञान में लायेंगे।

निरीक्षण के समय मुख्य अभियंता लो0नि0वि0 एन0पी0सिंह, अधीक्षण अभियन्ता रणजीत सिंह, अधिषासी अभियन्ता जितेन्द्र कुमार त्रिपाठी, कन्सलटेंट इत्यादि उपस्थित थे।

 

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