अब देहरादून जू में होगी “बाघों की दहाड़”,आम जन की एंट्री को खुले द्वार
Now there will be "roar of tigers" in Dehradun Zoo, doors open for public entry
देहरादून,26 नवंबर 2024 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड के देहरादून में वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन की दिशा में एक नई पहल शुरू हुई है।
राज्य के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बीते रोज देहरादून चिड़ियाघर में एक ऐतिहासिक टाइगर बाड़े का उद्घाटन किया,
जो पर्यटकों को एक अद्वितीय और रोमांचक अनुभव प्रदान करेगा।
Bengal Tiger in Dehradun Zoo
इस बाड़े में रखे गए दो टाइगर अब देहरादून के चिड़ियाघर में घूमने वाले लोगों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र बनेंगे।
इन बाघों की उम्र 6 साल 9 महीने और 4 साल 9 महीने है,
और इन दोनों को कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के ढेला रेस्क्यू सेंटर से लाकर यहां लाया गया है।
क्या है इस पहल का महत्व ?
यह बाड़ा न केवल वन्यजीवों के संरक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है,
बल्कि यह पर्यटकों के लिए भी एक नई सफारी और रोमांचकारी अनुभव प्रदान करेगा।
इस बाड़े के उद्घाटन से उत्तराखंड में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा,
और राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
देहरादून चिड़ियाघर के 20 हेक्टेयर के विशाल सफारी क्षेत्र में बने इस बाघ बाड़े का उद्देश्य पर्यटकों को प्राकृतिक जीवन के करीब लाने के साथ-साथ बाघों की सुरक्षा और संरक्षण के लिए जागरूकता फैलाना भी है।
उत्तराखंड बाघों की संख्या के मामले में देश में तीसरे स्थान पर है,
और यह पहल इस गौरव को और भी बढ़ाएगी।
वन मंत्री श्री उनियाल ने कहा कि बाघ (Tiger) बाड़े का निर्माण केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण Central Zoo Authority (CZA) की अनुमति मिलने के पश्चात नियमानुसार मानकों के अनुरूप किया गया है
उद्घाटन समारोह में उपस्थित खास लोग:
इस उद्घाटन समारोह में वन मंत्री सुबोध उनियाल के साथ-साथ रामनगर के विधायक दिवान सिंह बिष्ट और सल्ट के विधायक महेश जीना भी शामिल हुए।
इस मौके पर टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन की 10वीं वर्षगांठ के संदर्भ में एक महत्वपूर्ण बैठक भी आयोजित की गई,
जिसमें भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की गई।
इस बाड़े के उद्घाटन के साथ ही उत्तराखंड ने वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन के क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर स्थापित किया है,
जो राज्य के प्राकृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने के साथ-साथ पर्यटकों के लिए एक नई यात्रा का मार्ग प्रशस्त करेगा।