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Yellow fever Vaccination Center : अब ऋषिकेश के एम्स में लगेगी “पीला बुखार” की वैक्सीन,जानिए क्या होता है “येलो फीवर” ?

Yellow fever Vaccination Center : अब ऋषिकेश
के एम्स में लगेगी “पीला बुखार” की वैक्सीन,
उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान
में येलो फीवर के वैक्सीनेशन सेंटर का आज उद्घाटन किया गया है
इससे पहले उत्तराखंड के व्यक्तियों को इस वैक्सीन के लिए दिल्ली जाना पड़ता था
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देहरादून : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में

स्थापित यैलो फीवर टीकाकरण केंद्र (वाईवीएफ़सी) का संस्थान

के निदेशक प्रोफेसर अरविंद राजवंशी व संकायाध्यक्ष

(शैक्षणिक) प्रो. मनोज गुप्ता ने संयुक्तरूप से शुभारंभ किया।

इस अवसर पर सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग

के अन्य संकाय सदस्यों भी मौजूद रहे।

क्या होता है “येलो फीवर” ?

पीला बुखार एक गंभीर वायरल संक्रमण है यह मच्छर से फैलता है

जिसे एडीज इजिप्टी मच्छर के नाम से जाना जाता है

इसका वाहक कारक फ्लेवीवायरस जीनस वायरस है

पीला बुखार मुख्यत: उप सहारा अफ्रीका (सहारा रेगिस्तान के दक्षिण देशों में),

दक्षिण अमेरिका और कैरीबियन के कुछ भागों में पाया जाता है

यह मनुष्यों का संक्रामक वायरल रोग है

यह मच्छर घरेलू कंटेनर जैसे कि पानी के जार ,बैरल ,ड्रम ,

टायर या टिन के डिब्बे में प्रजनन करते हैं

इस प्रकार यह साधन मनुष्यों के साथ घनिष्ठता से जुड़े हैं

येलो फीवर के संक्रमण को मानव आबादी में प्रभावी तरीके से

टीकाकरण के माध्यम से रोका जा सकता है

संस्थान द्वारा बताया गया है कि इस केंद्र की स्थापना से

उत्तराखंड से क्षेत्र विशेष में यैलो फीवर वाले देशों की यात्रा करने वाले

अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के समय और धन की बचत में सहायता मिलेगी।

गौरतलब है कि अभी तक ऐसे देशों से यहां आने वाले यात्रियों को

यैलो फीवर से बचाव हेतु टीकाकरण के लिए दिल्ली जाना पड़ता था।

यैलो फीवर वैक्सीनेशन सेंटर Yellow fever Vaccination Center : 

एम्स ऋषिकेश के सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभाग के

द्वारा कक्ष संख्या- 04, ग्राउंड फ्लोर, ब्लॉक- सी में संचालित किया जाएगा।

वैक्सीनेशन सेंटर में कार्य दिवस वाले प्रत्येक गुरुवार को

सुबह 10:00 बजे से दोपहर 01:00 बजे तक टीकाकरण किया जा सकेगा।

संस्थान की ओर से टीकाकरण एवं प्रमाणपत्र प्राप्ति का

शुल्क प्रतिव्यक्ति 300/- ( तीन सौ रूपए मात्र) निर्धारित किया गया है।

वैक्सीनेशन कार्ड की वैधता टीकाकरण के दस दिन बाद

शुरू होगी तथा जीवनपर्यंत वैध रहेगी।

बताया गया है कि दक्षिण अमेरिका तथा अफ्रीकी देशों के
इच्छुक यात्री यैलो फीवर वैक्सीनेशन के लिए एम्स ऋषिकेश की वेबसाइट
https://aiimsrishieksh.edu.in/college&Centres/Community
and Family Medicine/ Yellow Fever Vaccination
पर अपना पंजीकरण करा कर अपॉइंटमेंट ले सकते हैं।

संबंधित व्यक्तियों को सुझाव दिया गया है कि सुविधाजनक तरीके से

टीकाकरण के लिए वह अपॉइंटमेंट लेने से पहले दिए गए दिशा-निर्देशों को

सावधानीपूर्वक अवश्य पालन सुनिश्चित कर लें,

जिससे उन्हें बाद में किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े।

केंद्र के उद्घाटन अवसर पर संस्थान के चिकित्सा अधीक्षक

डॉ. अश्वनी कुमार दलाल, सामुदायिक एवं पारिवारिक चिकित्सा विभागाध्यक्ष

प्रोफेसर वर्तिका सक्सेना, प्रभारी संकाय (वाईवीएफ़सी) डॉ. स्मिता सिन्हा,

एनएचएम,उत्तराखंड के प्रतिनिधि व स्टेट इम्यूनाइजेशन ऑफिसर

डॉ. कुलदीप मार्तोलिया, सहायक निदेशक आईटी हैल्थ डॉ. आशुतोष भारद्वाज आदि मौजूद थे।

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