गढ़वाली गीत ‘नथुली’ का हुआ विमोचन,वरिष्ठ पत्रकार विश्वजीत नेगी ने उत्तराखंड की संस्कृति संवर्धन को सराहा

सटीक,विश्वसनीय और निष्पक्ष न्यूज़ के लिए
रजनीश सैनी द्वारा संचालित न्यूज़ वेब चैनल
‘यूके तेज़’ से जुड़ें व्हाट्सएप्प करें 8077062107
देहरादून : उत्तराखंड की अपनी मूल संस्कृति के संरक्षण के प्रयास को रेखांकित करते हुए
वरिष्ठ पत्रकार विश्वजीत नेगी ने कहा कि अपनी बोली-भाषा से जुड़े रहकर
संस्कृति को बढ़ावा देना बेहद महत्वपूर्ण है।
ये बात उन्होंने आज देहरादून की जैन धर्मशाला में आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि कही।
मौका था,श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के प्रदेश सचिव चंद्रवीर गायत्री
के संयोजन में आयोजित गढ़वाली गीत ‘नथुली’ के विमोचन का।
मुख्य अतिथि विश्वजीत नेगी,सन्दीप जैन,चन्द्रवीर गायत्री,गोपाल सिंघल
और दुर्गा सागर द्वारा संयुक्त रूप से गीत का विमोचन किया गया।
मुख्य अतिथि विश्वजीत नेगी ने कहा की नथुलि पहाड़ की परंपरा व देव आभूषण है।
उन्होंने गीत के रचनाकार और संगीतकार रोशन रावत के साथ ही
अपनी सुरीली आवाज में गाने के लिए सुप्रसिध्द अभिनेत्री दुर्गा सागर की भूरी-भूरी प्रशंसा की।
कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ पत्रकार चंद्रवीर गायत्री ने बताया कि गीत में नथुलि का जिक्र किया गया है
जिसमें उतराखण्ड की नथुलि के आकर्षण व उसके महत्व का सुरीले अंदाज में वर्णन किया गया है।
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सन्दीप जैन व कार्यक्रम अध्यक्ष गोपाल सिंघल
ने गीत रचना संगीत व गायिका के प्रयासों को बेहतर बताया।
कार्यक्रम में सुरेंद्र कोहली,गोल्डी,रोशन रावत,बृज पंवार,इला भट्ट,
सुरेंद्र पटवाल,अंजलि,समग्र नेगी व कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।