उत्तराखंड डीजीपी ने “वाहन टोइंग” से लेकर “बेसमेंट पार्किंग” खुलवाने को लेकर दिए इन 7 बिंदुओं पर निर्देश
Uttarakhand DGP gave instructions on these 7 points from "Vehicle Towing" to opening of "Basement Parking".

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक ने आज राज्य की Traffic management and road safety यातायात व्यवस्था एवं सड़क सुरक्षा के सम्बन्ध में कईं महत्वपूर्ण निर्देश दिए हैं
आज पुलिस मुख्यालय के सभागार में “राज्य की यातायात व्यवस्था एवं सड़क सुरक्षा” को लेकर एक गोष्ठी आयोजित की गयी
जिसमें Director General of Police डीजीपी अभिनव कुमार द्वारा दिए गये निर्देश इस प्रकार हैं
1. देहरादून की पार्किंग व्यवस्था के सुधार हेतु निर्देश दिये गये है
कि नगर की पार्किंग का एक विस्तृत आंकड़ा तैयार किया जाए और आंकलन किया जाए
कि जिन व्यवसायिक भवनों को MDDA द्वारा बेंसमेट/कॉम्पलेक्स पार्किंग की अनुमति प्रदान की गई है,
उन पार्किंग को तत्काल खुलवाया जाए।
उक्त सम्बन्ध पहले पुलिस अधीक्षक, यातायात देहरादून सभी व्यवसायिक भवनों के स्वामी एवं व्यापार मण्डल के पदाधिकारियों के साथ पार्किंग के सम्बन्ध में बैठक करेंगे और बेंसमेट/कॉम्पलैक्स पार्किंग को खुलवायेंगे।
यदि कोई उक्त गोष्ठी के बाद भी पार्किंग नही खुलवाता है तो उक्त के विरुद्व आवश्यक कार्यवाही करेंगे।
2. देहरादून के समस्त स्कूलों/कालेजों में यातायात दबाव को कम करने के लिए कदम उठाये जायें
नगर के समस्त सरकारी एवं प्राईवेट स्कूलों/कालेजों के प्रबन्धकों के साथ गोष्ठी आयोजित की जाए
जिसके माध्यम से स्कूलों के खुलने एवं बंद होने के टाईम को स्टैगर कर इसको तत्काल क्रियान्वित किया जाए
तथा वाहनों को जितना सम्भव हो सके स्कूलों/कालेजों में पार्क कराया जाए।
3. यातायात जनशक्ति की समीक्षा में निर्देश दिये गये है कि यातायात व्यवस्था में कार्य कर रहे समस्त यातायात कर्मियों की ड्यूटी प्वाईंट के आधार पर मूल्यांकन कर जनशक्ति का ऑडिट करा लिया जाए
इसके पश्चात भी यदि अतिरिक्त कर्मियों की आवश्यकता प्रतीत होती है तो प्रस्ताव तैयार किया जाए।
4. यातायात प्रबन्धन में नवीन इनोवेशन सुधार हेतु IIT Roorkee आईआईटी रुड़की अथवा किसी अन्य संस्थान से कन्सलटींग रखा जाए।
5. टोईंग की कार्यवाही के दौरान जाम की स्थिति उत्पन्न न हों
इसके लिए टोईंग की कार्यवाही को पीक ऑवर में करने से बचा जाए।
6. यातायात व्यवस्था में सड़कों पर निकलने वाले जूलूसों का डाटा बेस तैयार किया जाए
और मुख्य मार्गों को जूलूस/रैलियों को प्रतिबन्धित किया जाए।
7. सड़क दुर्घटनाओं की समीक्षा के उपरान्त यह निर्देश दिये गये है कि
बड़े जनपदों में टॉप 10 दुर्घटना स्पॉट
तथा अन्य छोटे जनपदो में टॉप 05 दुर्घटना स्पॉट को चिन्हित कर
उक्त स्थलों पर प्रवर्तन की कार्यवाही हेतु प्रवर्तन अधिकारियों एवं प्रवर्तन उपकरणों को तैनात किया जाए।