मानव भारती स्कूल के छात्रों ने डोईवाला में समझा “कूड़ा प्रबंधन का तरीका”
Students of Manav Bharti School understood the "method of waste management" in Doiwala

देहरादून 19 अप्रैल 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह ) : मानव भारती स्कूल देहरादून के कक्षा सात और आठ के 20 छात्र-छात्राओं ने आज डोईवाला नगर पालिका के कूड़ा प्रबंधन एवं रिकवरी प्लांट का शैक्षिक भ्रमण किया।
इस दौरान नगर पालिका के चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर सचिन रावत ने बच्चों को कूड़े को घर से ही अलग-अलग करने, उसके उचित प्रबंधन और कंपोस्ट खाद बनाने की विस्तृत जानकारी दी।
मानव भारती स्कूल अपने ‘नेचर कनेक्ट’ अभियान के तहत छात्रों को प्रकृति और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए इस तरह के शैक्षणिक भ्रमण आयोजित करता रहता है।
शनिवार की सुबह छात्रों का एक दल डोईवाला स्थित नगर पालिका के एमआरएफ (Material Recovery Facility) सेंटर पहुंचा।
यहां चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर सचिन रावत ने छात्रों को कूड़ा इकट्ठा करने वाली गाड़ी के विभिन्न हिस्सों और उनमें डाले जाने वाले अलग-अलग प्रकार के कचरे के बारे में बताया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि कूड़े वाली गाड़ी में गीले और सूखे कचरे के लिए अलग-अलग बॉक्स बने होते हैं।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने खतरनाक नुकीले, धारदार, कांच और इलेक्ट्रॉनिक कचरे के लिए भी विशेष बॉक्सों की जानकारी दी, जिनके रंग अलग-अलग होते हैं ताकि कचरा डालते समय आसानी हो।
श्री रावत ने बच्चों को कॉम्पेक्टर मशीन का संचालन करके भी दिखाया।
उन्होंने बताया कि नगर पालिका किस प्रकार प्लास्टिक की बोतलों, कपड़े, गत्ते और पन्नियों जैसे कचरे पर विशेष दबाव डालकर उनके बंडल बनाती है, जिससे इन्हें रखने और पुनर्चक्रण Recycle के लिए प्लांट तक भेजने में सुविधा होती है।
कूड़े के विभिन्न प्रकारों पर चर्चा करते हुए उन्होंने जैविक कचरे से खाद बनाने की प्रक्रिया को समझाया।
साथ ही, पैकिंग में इस्तेमाल होने वाली पन्नियों, पुराने जूते-चप्पलों और प्लास्टिक की खाली बोतलों के पुनर्चक्रण की प्रक्रिया और उनसे बनने वाले उत्पादों के बारे में भी जानकारी दी।
भ्रमण के दौरान छात्रों को विभिन्न प्रकार के कचरे को अलग करने वाली मशीन भी दिखाई गई।
इस अवसर पर छात्रों से अपील की गई कि वे अपने घरों से ही कूड़े को अलग-अलग करके दें,
ताकि नगर निकायों को कूड़ा प्रबंधन में आसानी हो।
एमआरएफ सेंटर की सुपरवाइजर मीरा शर्मा ने सेनिटरी पैड्स और अन्य हानिकारक कचरे को अलग से पैक करके उस पर लाल रंग का निशान लगाने का सुझाव दिया, जिससे उनके निस्तारण में सुविधा हो सके।
उन्होंने बच्चों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता लाने के इस प्रयास के लिए मानव भारती स्कूल प्रबंधन का आभार व्यक्त किया।
अंत में, चीफ सेनेटरी इंस्पेक्टर सचिन रावत ने सभी छात्रों और शिक्षिकाओं पूनम ढौंडियाल तथा लता थपलियाल को स्वच्छता का संकल्प दिलाया।