
26 नवंबर की सुबह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से डीआरआई अधिकारियों ने 2 यात्रियों को पकड़ा है
जिनके पास से अमरीकी डॉलर और सऊदी दिरहम की 3.7 करोड़ की विदेशी मुद्रा बरामद हुई है।
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Priyanka Pratap Singh
New delhi :
क्या था मामला
ऑपरेशन चेक शर्ट्स के तहत, डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करते हुए, राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने भारत के बाहर विदेशी मुद्रा की तस्करी करने के इरादे से दो यात्रियों पर पुख्ता खुफिया जानकारी प्राप्त की।
डीआरआई अधिकारियों ने इन दोनों यात्रियों को 26 नवंबर की सुबह मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रोका।
वे शारजाह की यात्रा करने वाले थे।
उनके सामान की जांच के दौरान अमरीकी डॉलर और सऊदी दिरहम के रूप में 3.7 करोड़ रुपये मूल्य की विदेशी मुद्रा प्राप्त हुई है।
कहाँ छिपाया गया था पैसा
विदेशी मुद्रा को कैरी-ऑन लगेज के निचले हिस्से में धूर्तता से डिज़ाइन किए गए स्थान में छुपा कर रखा गया था। छुपाने के तरीके से साधारण बैगेज के स्कैन में इसका पता लगाना मुश्किल होता है।

पकड़े गए दो यात्रियों के पास विदेशी मुद्रा के अवैध कब्जे या वैधानिक निर्यात के लिए कोई दस्तावेज नहीं था।
इन यात्रियों से बरामद विदेशी मुद्रा को सीमा शुल्क अधिनियम, 1962 की धारा 110 के तहत जब्त कर लिया गया है। मामले में आगे की जांच जारी है।
विदेशी मुद्रा का अवैध निर्यात करना सीमा शुल्क अधिनियम के संदर्भ में “तस्करी” के अलावा, गैरकानूनी और
आपराधिक गतिविधियों द्वारा अवैध आय का एक साधन है।
इसके अलावा, यह राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए भी एक गंभीर खतरा है।
क्या है डीआरआई
( डीआरआई ) राजस्व आसूचना निदेशालय एक प्रमुख खुफिया एजेंसी है जो ड्रग्स, सोना, हीरे, इलेक्ट्रॉनिक्स, विदेशी मुद्रा, और नकली भारतीय मुद्रा सहित वस्तुओं की तस्करी पर रोक लगाने में सक्षम है।
राजस्व खुफिया निदेशालय, भारत सरकार के वित्त मंत्रालय, राजस्व विभाग में केंद्रीय अप्रत्यक्ष करों और सीमा शुल्क के तहत कार्य करता है।
पिछले डेढ़ महीने में किसी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर बड़ी विदेशी मुद्रा जब्ती का यह चौथा ऐसा मामला है।