दुनिया में बज रहा भारतीयों के “हुनर का डंका” : डॉ निशंक,सोफ्ट्रॉनिक्स के कार्यक्रम में पहुंचे डोईवाला

Former Union Education Minister Dr Ramesh Pokhriyal inaugrated the training programme the chief minister Hunar Scheme under the aegies of Uttarakhand Commission for minorities and Waqf Development Corporation.
पूरी दुनिया को बदलने की ताकत : डॉ निशंक
उत्तराखंड अल्पसंख्यक कल्याण बोर्ड वक़्फ विकास निगम द्वारा मुख्यमंत्री हुनर योजना के प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने किया कार्यक्रम का आयोजन द सोफ्ट्रॉनिक्स सोशल वेलफेयर सोसाइटी के द्वारा किया गया.
इस दौरान उत्तराखंड अल्पसंख्यक कल्याण आयोग के अध्यक्ष पदम श्री डॉक्टर आर के जैन बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे.
उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया और मेक इन इंडिया से भारत पूरी दुनिया को बदलने की ताकत रखता है.
दुनिया में भारतीयों के हुनर का डंका
कोविड-19 में जहां दुनिया हैरान परेशान थी वही भारत में बड़े से लेकर छोटे स्तर पर कईं स्टार्टअप शुरू हुए.
आज देश का हर व्यक्ति मेक इन इंडिया पर गर्व महसूस करता है.
भारतीयों का हुनर आज दुनिया के बड़े-बड़े देशों में चल रहा है भारतीय मूल के लोगों ने भारतीय शिक्षा पद्धति से अपने हुनर को विकसित किया.
दुनिया के तमाम बड़े-बड़े देशों में भारतीयों के हुनर का डंका बज रहा है.
भारत से विभिन्न कोर्स करने और स्किल डेवलपमेंट के बाद विदेशों में डॉक्टर ,इंजीनियर,आईटी प्रोफेशनल आदि बड़ी-बड़ी कंपनियों के सीईओ जैसे पदों पर पहुंचे भारतीय आज पूरी दुनिया में हिन्दुस्तानी हुनर का एक जीता जागता उदाहरण है.
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रजनीश प्रताप सिंह तेज
देहरादून : रामसेतु की तकनीक से पूरा विश्व चकित
डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भारत ने दुनिया की पहली यूनिवर्सिटी तक्षशिला को स्थापित किया जहां हजारों विद्यार्थी पढ़ते थे.
तक्षशिला और नालंदा विश्वविद्यालय हमारे मान बिंदु हैं जिनको गुलामी के दिनों में कुचला गया है आज भी जब श्री राम सेतु की तकनीक को देखा गया तो पूरी दुनिया चकित रह गई.
उत्तराखंड में “राम राज्य”
पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हमारी सरकार अंतिम छोर के व्यक्ति के विकास के प्रति समर्पित है.
इससे बड़ा रामराज्य का उदाहरण क्या होगा कि निर्धन व्यक्ति के लिए मुफ्त आवास, मुफ्त शौचालय,मुफ्त गैस कनेक्शन, मुफ्त राशन फिर उस राशन को पकाने के लिए मुफ्त तीन गैस के सिलेंडर, मुफ्त पेयजल
यदि बीमार हो जाए तो आयुष्मान भारत योजना के तहत मुफ्त इलाज यह सब कुछ गरीब व्यक्ति को मिल रहा है.
सॉफ्ट्रॉनिक्स, निदेशक हरविंदर सिंह की भूरी-भूरी प्रशंसा
डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने संबोधन में दा सॉफ्ट्रॉनिक्स इंस्टिट्यूट के निदेशक हरविंदर सिंह हंसी की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि यदि हमारे देश में जन कल्याणकारी योजनाओं को पात्र व्यक्ति तक पहुंचाने वाले हरविंदर सिंह जैसे 10 -12 व्यक्ति भी हर राज्य में हो जाएं तो पूरे देश की तस्वीर बदल जाएगी.
डॉ निशंक ने कहा कि हरविंदर सिंह ने कोविड-19 में स्वयं सहायता समूह के माध्यम से जिस प्रकार से एक लाख फेस मास्क तैयार करने का कार्य किया वह सराहनीय है.
हरविंदर सिंह की संस्था सोफ्ट्रॉनिक्स के द्वारा 10000 फेस मास्क निशुल्क वितरित किए गए हैं और कोविड काल में जरूरतमंदों को 500 से ज्यादा राशन किट भी निशुल्क वितरित की गई है
पिछले वर्षों में कौशल विकास कार्यक्रम के माध्यम से लगभग 2000 से ज्यादा व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया जो एक सराहनीय कार्य है.
कर्म प्रधानता
ज्योतिषाचार्य रमेश सेमवाल ने कहा कि श्रीमद्भागवत गीता में ज्ञान योग ,भक्ति योग और कर्म योग के विषय में बताया गया है
हमारे धर्म में भी कर्म की प्रधानता को महत्व दिया गया है इसलिए कर्म ही जीवन में सबसे महत्वपूर्ण है मनुष्य को अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कर्म करने पर ही सफलता प्राप्त होती है.
इन्हें किया गया सम्मानित
विरेंद्र सिंह कृषाली (सेवानिवृत्त शिक्षक) ,सरदार तेजेंद्र सिंह (अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी), प्रेम सिंह (पम्मी राज) (नेचर लवर यूट्यूब चैनल), मनीषा (सफल उद्यमी),भारत गुप्ता (सामाजिक कार्यकर्त्ता),नासिर अली (सफल उद्यमी),तेजेन्द्र सिंह (इंटरनेशनल खिलाड़ी),कोविड-19 के दौरान अपने माता-पिता को खो देने वाली भाविका और परिणीता को 1 वर्ष की ट्रेनिंग निशुल्क प्रदान की गई
पूर्व सैनिक लाभार्थी किट
कार्यक्रम में हिमांशु, मेघा, अभिषेक रावत, प्रभात पुंडीर, आर्यन भट्ट, जरनैल सिंह, विजय सिंह रावत, विरेंद्र सिंह रावत, ममता पंत को पूर्व सैनिक लाभार्थी किट वितरित की गई.
ये रहे मंचासीन
पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक,अल्प संख्यक आयोग के अध्यक्ष डॉ आर के जैन,पूर्व राज्य मंत्री करण वोहरा,ज्योतिषाचार्य रमेश सेमवाल,अल्प संख्यक आयोग सचिव जगदीश सिंह रावत,इंटरनेशनल खिलाड़ी तेजेन्द्र सिंह,समीना सिद्दीकी ,सदस्य ,हुनर योजना,सरदार गुरचरण सिंह,संरक्षक,सोफ्ट्रॉनिक्स
ये रहे प्रमुख रूप से उपस्थित
कार्यक्रम में मुख्य रूप से संस्था अध्यक्ष हरविंदर सिंह ,संस्था सचिव गुरजीत कौर ,सरंक्षक ,गुरु चरण सिंह ,पूर्व प्रधान नरेंद्र सिंह नेगी ,जिला महामंत्री राजेंद्र तड़ियाल,मंच संचालन रविन्द्र बेलवाल ,पूर्व राज्य मंत्री करण वोहरा ,पूर्व सैनिक केंद्रीय संगठन अध्यक्ष (सेनि) कैप्टन आनंद सिंह राणा ,मोहित उनियाल,रामेश्वर लोधी,पूर्व ब्लॉक प्रमुख नगीना रानी,गुड्डू मिश्रा,सरदार बलजीत सिंह सोढ़ी,पूर्व मंडल अध्यक्ष मंदीप बजाज,बख्तावर सिंह ,मंडल मीडिया प्रभारी भारत गुप्ता,आरती लखेड़ा ,नीलम नेगी ,सुरेश सैनी,रीता नेगी, देवेश्वरी ,रुबीना ,आदेश पंवार, बॉबी शर्मा, प्रेम सिंह( पम्मी राज),नितिन कोठारी, पंकज शर्मा, प्रेम सिंह ,लच्छीराम लोधी ,वीरेंद्र सिंह कृषाली,रवि आचार्य ,उमेद सिंह ,नेहा चमोली ,स्वाति रतूड़ी ,अपूर्वा यादव,एकता यादव ,राहुल तड़ियाल,मनमोहन नौटियाल ,मंगल सिंह रौथाण , पूनम तोमर , कृष्णा तड़ियाल ,ललित पंत आदि उपस्थित रहे.
क्या है मुख्यमंत्री हुनर योजना:-
इस योजनाओं के अन्तर्गत प्रशिक्षण प्राप्त करने हेतु प्रशिक्षार्थियों को अल्पसंख्यक समुदाय से सम्बन्धित होना चाहिये। लाभार्थी की आयु 18-45 वर्ष होनी चाहिये।
प्रशिक्षार्थी की शैक्षिक योग्यता पारम्परिक प्रशिक्षण हेतु कम से कम पांचवी/साक्षर होना चाहिये। प्रार्थी की शिक्षा राजकीय स्कूलों से हुई हो अथवा मदरसों से दोनों मान्य होगीं। जबकि सूचना प्रौद्योगिकी के व्यवसायों के प्रशिक्षण हेतु शैक्षिक योग्यता कम से कम हाईस्कूल उत्तीर्ण होना चाहिये।
प्रार्थी की परिवार की वार्षिक आय ग्रामीण क्षेत्र में रू0 3,50,000 एंव शहरी क्षेत्र में रू0 4,50,000 तक होनी चाहिये।
प्रार्थी उत्तराखण्ड का स्थायी निवासी होना चाहिये।
प्रशिक्षार्थियों को प्रशिक्षण के समयानुसार छात्रवृति/स्टाईपन्ड दिये जाने का भी प्राविधान है। इस योजना में प्रशिक्षार्थियों की 70 प्रतिशत प्लेसमेन्ट अनिवार्य है