डोईवाला में “न्याय के मंदिर” से निकली पर्यावरण चेतना की लहर,सिविल न्यायालय प्रांगण में रौंपे गए पौधे
'Confluence of justice and nature' in Doiwala, plants planted in the civil court premises

देहरादून,4 जून 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : आज पर्यावरण दिवस के पावन अवसर पर डोईवाला सिविल न्यायालय परिसर में एक हरित पहल करते हुए फलदार पौधे लगाये गये.
सिविल न्यायाधीश, विशाल वशिष्ठ की ऊर्जावान अगुवाई में, परवादून बार एसोसिएशन डोईवाला के विद्वान अधिवक्ताओं और न्यायालय स्टाफ ने मिलकर वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का एक मजबूत संदेश दिया.
एक पेड़, एक उम्मीद: भविष्य के लिए एक हरी पुकार !
इस प्रेरणादायक कार्यक्रम के दौरान, सिविल जज विशाल वशिष्ठ ने पर्यावरण के प्रति हमारी सामूहिक जिम्मेदारी पर गहरा प्रकाश डाला.
उन्होंने कहा, “हमें न केवल खुद पर्यावरण के प्रति जागरूक होना चाहिए, बल्कि अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी इस दिशा में सजग करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।”
उनकी सबसे मार्मिक अपील यह थी कि हर व्यक्ति इस विशेष अवसर पर कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाए.
यह केवल एक पेड़ नहीं, बल्कि भविष्य के लिए एक उम्मीद है, एक हरी पुकार है !
न्याय के मंदिर से निकली पर्यावरण चेतना की लहर !
यह पहल दिखाती है कि कैसे न्याय के मंदिर से भी पर्यावरण चेतना की लहर उठ सकती है.
परवादून बार एसोसिएशन डोईवाला के सचिव अधिवक्ता मनोहर सिंह सैनी ने इस अवसर पर कहा, ‘एक अधिवक्ता होने के नाते, हमारी जिम्मेदारी केवल कानून के दायरे में न्याय सुनिश्चित करना नहीं है,
बल्कि पर्यावरण संरक्षण के लिए भी सक्रिय भूमिका निभाना है.
हम कानूनी जागरूकता फैलाकर, पर्यावरण संबंधी कानूनों के प्रवर्तन में सहयोग करके
और स्वयं वृक्षारोपण जैसे कार्यों में भाग लेकर समाज में एक सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं.
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम ने न केवल न्यायालय परिसर को हरा-भरा बनाया,
बल्कि यह संदेश भी दिया कि पर्यावरण संरक्षण हर नागरिक का कर्तव्य है
यह केवल एक दिन का आयोजन नहीं,
बल्कि एक स्वस्थ और टिकाऊ भविष्य के लिए निरंतर प्रयासों की शुरुआत है.
इस महत्वपूर्ण अवसर पर सिविल न्यायालय के समस्त स्टाफ, जिनमें स्वर्णलता, प्रशांत खत्री, कविता बोहरा, चीनू राठी, आजम खान, आमिर खान, रविंद्र बिष्ट, प्रदीप खंडूरी, शुभम चौहान, आकाश और अन्य सदस्य शामिल थे, ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.
परवादून बार एसोसिएशन डोईवाला के सचिव मनोहर सिंह सैनी के साथ-साथ महेश कुमार लोधी, अरुण कुमार, जैकब खान, व्योम गोयल, राहुल बिष्ट, मेहताब आलम, निधि लोधी, आशुतोष भट्ट, मनीष धीमान और अन्य कई प्रतिष्ठित अधिवक्तागण भी इस नेक कार्य में सहभागी बने.