Dehradun

जिलाधिकारी ने दिखाई सक्रियता, डोईवाला के इस स्कूल को मिली बस की सौगात

District Magistrate showed promptness, this school of Doiwala got the gift of a bus

देहरादून,31 मई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : जिलाधिकारी सविन बंसल शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाने के लिए पूरी सक्रियता से जुटे हुए हैं।

इसी क्रम में, जिलाधिकारी ने शनिवार को डोईवाला के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हाई स्कूल भोगपुर, दाबड़ा को एक स्कूल बस का तोहफा देकर एक बड़ी सौगात दी है।

डीएम की इस पहल से स्कूल के छात्रों को अब बेहतर परिवहन सुविधा मिल सकेगी।

शनिवार को जिलाधिकारी ने इस स्कूल बस का विधिवत उद्घाटन भी किया।

डोईवाला के सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हाई स्कूल भोगपुर, दाबड़ा में वर्तमान में 95 बच्चे पढ़ते हैं।

इनमें से कई बच्चे 10 से 12 किलोमीटर दूर बड़ोगन, तोल, भोगपुर, पुन्नीवाला, रैणापुर, रानी पोखरी जैसे दूरदराज के क्षेत्रों से हर रोज पढ़ने आते हैं।

अभिभावकों और स्कूल प्रशासन के सामने बच्चों के परिवहन की समस्या हमेशा एक बड़ी चुनौती रही है।

जिलाधिकारी ने इस मामले का त्वरित संज्ञान लिया और अपनी कर्मठ कार्यशैली से जिला प्रशासन के राइफल क्लब फंड से स्कूल बच्चों के परिवहन के लिए यह बस सुविधा उपलब्ध कराई।

डीएम ने बच्चों को दिए स्कूल शूज़, छात्रों और अभिभावकों ने जताया आभार

शनिवार को सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हाई स्कूल भोगपुर, दाबड़ा पहुंचकर जिलाधिकारी ने स्कूल बस का विधिवत उद्घाटन किया।

इतना ही नहीं, जिलाधिकारी ने स्कूल के सभी 95 बच्चों को अपनी ओर से स्कूल शूज़ का तोहफा भी दिया।

जिलाधिकारी से मिली बस की सौगात और स्कूल शूज़ का तोहफा पाकर छात्रों, अभिभावकों और स्कूल प्रशासन ने गहरी प्रसन्नता व्यक्त की और जिला प्रशासन की इस पहल की सराहना की।

उन्होंने जिलाधिकारी को प्रतीक चिन्ह व शॉल भेंट कर फूलों की मालाओं से उनका भव्य स्वागत किया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि “बच्चे हमारे समाज के भविष्य हैं

उनकी शिक्षा और स्वास्थ्य बेहतरी को लेकर राज्य सरकार हर वक्त तत्पर है।”

उन्होंने बताया कि बेहतर शिक्षा के लिए जिला प्रशासन ने दो महीने में सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) स्रोतों से फंड जुटाकर बच्चों के स्कूल आने-जाने की सुविधा हेतु सरस्वती शिशु विद्या मंदिर भोगपुर को यह नई स्कूल बस प्रदान की है।

उन्होंने मुख्यमंत्री के प्रताप और संकल्प का भी आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से सभी कार्यों में सफलता मिल रही है।

प्रोजेक्ट उत्कर्ष और नंदा-सुनंदा से बदल रही शिक्षा की तस्वीर

जिलाधिकारी सविन बंसल के प्रोजेक्ट उत्कर्ष ने ऐसे ही हजारों सरकारी विद्यालयों की दिशा और दशा सुधारी है।

यह परियोजना सरकारी विद्यालयों को निजी विद्यालयों की तर्ज पर हाईटेक बनाने पर केंद्रित है, जिसमें स्मार्ट क्लास, डिजिटल स्क्रीन, फर्नीचर, व्हाइटबोर्ड और आधुनिक शौचालयों सहित सभी मूलभूत सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं, जिससे शिक्षा का एक स्वच्छ वातावरण बन सके।

इसके अतिरिक्त, डीएम का प्रोजेक्ट नंदा-सुनंदा असहाय और अनाथ बालिकाओं की पढ़ाई में एक वरदान साबित हो रहा है।

इस परियोजना के तहत जनपद में असहाय बालिकाओं को शिक्षा के लिए पूरा लाभ मिल रहा है।

जिलाधिकारी ने जोर देते हुए कहा कि दूरदराज के क्षेत्रों में शिक्षा के विकास में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर जैसे संस्थान अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं।

उन्होंने कहा, “देश को सुपर पावर और सशक्त बनाने के लिए हमें बच्चों की शिक्षा और उनकी परवरिश पर विशेष ध्यान देना होगा।”

उन्होंने यह भी कहा कि स्कूल बस की सुविधा होने से अब बच्चों को स्कूल आने-जाने में लगने वाले समय और परेशानी कम होगी, जिससे उन्हें समय पर स्कूल पहुंचने और सुरक्षित घर वापस जाने की सुविधा मिलेगी।

सरस्वती शिशु विद्या मंदिर हाई स्कूल भोगपुर, दाबड़ा में बस उद्घाटन के अवसर पर उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, एसडीएम योगेश मेहरा, प्रदेश मंत्री युवा मोर्चा के हिमांशु चमोली, संघ चालक राजेन्द्र प्रसाद बडोनी करण बोहरा,आचार्य शंकर सिंह, प्रधानाचार्य दीपा बिष्ट, शिक्षक दिपेश चौहान, अभिभावक संघ अध्यक्ष अशोक कपरवाण, उपाध्यक्ष राजपाल सिंह, कोषाध्यक्ष रघुवीर सिंह, व्यवस्थापक सतीश सेमवाल सहित स्कूली छात्र और स्थानीय जनता मौजूद थी

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