
आमतौर पर पुलिस जहां ड्रग्स के मामलों में कानूनी कार्रवाई करती रहती है.
वहीं अब जिले के नये कप्तान की पहल पर पुलिस द्वारा ड्रग मुक्ति को लेकर इसकी चपेट में आये युवाओं को काउंसिलिंग के माध्यम से नयी राह दिखाई जा रही है.
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
देहरादून :
“ड्रग से नाता तोड़ने,जीवन से नाता जोड़ने” को पुलिस की प्रेरणा
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिलीप सिंह कुंवर के द्वारा जिले को ड्रग्स मुक्त बनाए जाने को लेकर अभियान चलाया जा रहा है.
जिसे लेकर सभी थाना प्रभारियों को सभी आवश्यक उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं.
एसएसपी द्वारा निर्देश दिए गए हैं कि प्रत्येक थाना क्षेत्र में ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाए जो ड्रग्स के चंगुल में फंस चुके हैं प्रथम चरण में ऐसे युवाओं को चिन्हित किया जाये.
जिसके बाद ऐसे ड्रग एडिक्ट्स की काउंसलिंग की जाए ताकि उन्हें ड्रग्स के दलदल से बाहर आने के लिए प्रेरित किया जा सके.
इसके साथ ही एसएसपी ने ड्रग्स के अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ कठोर कार्यवाही करने के भी निर्देश दिए हैं.
इन्हीं निर्देशों का पालन करते हुए डोईवाला पुलिस के अंतर्गत हर्रावाला और जौलीग्रांट चौकी के अंतर्गत 12 ड्रग एडिक्ट युवाओं को चिन्हित किया गया जिनकी पुलिस द्वारा काउंसलिंग करवाई गई है.
इन युवाओं को जीने की नई राह दिखाते हुए पुलिस ने “ड्रग्स से नाता तोड़ने और जीवन से नाता जोड़ने” का आह्वान किया.
चौकी प्रभारी उत्तम नेगी ने किया “नेक काम”
इस अभियान के दौरान एक ऐसा युवक प्रकाश में आया जो पूरी तरह नशे की गिरफ्त में आ चुका है लेकिन उसके परिवार वालों की ऐसी आर्थिक स्थिति नहीं है कि उसे नशा मुक्ति केंद्र में दाखिल कर सकें.
इस पर जौलीग्रांट चौकी प्रभारी उत्तम सिंह नेगी के द्वारा अपने सामाजिक उत्तरदायित्व का पालन करते हुए इस युवक को अपने प्रयास से नशा मुक्ति केंद्र हर्रावाला में भर्ती कराया गया है.