पहाड़ में शिक्षा से ही संभव होगा उत्तराखंड का विकास
स्वामी राम का ‘प्रेम, सेवा व स्मरण’ का मंत्र है, मानवता के लिए
प्रदेश के करीब 2500 निर्धन व मेधावी को छात्रों दी 11 करोड़ 75 लाख लाख रुपये की छात्रवृति
डोईवाला स्थित हिमालयन इंस्टिट्यूट ऑफ़ हॉस्पिटल ट्रस्ट के संस्थापक स्वामी राम के महासमाधि दिवस की 22 वीं वर्षगांठ के अवसर पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने स्वामी राम को मानवता की प्रतिमूर्ति बताया। उन्होंने कहा कि आज की स्वामी राम हिमालयन यूनिवर्सिटी और हॉस्पिटल, स्वामी राम के ‘प्रेम,सेवा,स्मरण’ के मंत्र का साकार रूप है।
उन्होंने स्वामी जी के पौड़ी गढ़वाल स्थित पैतृक गांव तोली में पॉलीटेक्निक कॉलेज के संचालन की सराहना करते हुए कहा कि पहाड़ के शिक्षित होने से ही उत्तराखंड का विकास संभव हो सकत है। ट्रस्ट के अध्यक्षीय समिति के सदस्य डॉ. विजय धस्माना ने कहा कि एसआरएचयू युवाओं को स्वरोजगार मॉडल की तरफ प्रोत्साहित कर रही है। उच्च शिक्षा वही कारगर है जो पलायन को रोके और युवाओं को उनके क्षेत्र में ही स्वरोजगार दे सके।
किसको किया सम्मानित ?
मध्य प्रदेश की सामाजिक संस्था ‘सेवाधाम’ के संस्थापक सुधीर भाई गोयल को स्वामी राम मानवता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें गोल्ड मेडल, प्रशस्ति पत्र तथा पांच लाख रुपये का नगद पुरस्कार प्रदान किया गया।
विश्वविद्यालय सहित प्रदेश भर के करीब 2461 मेधावी छात्र-छाक्त्राओं को करीब 11 करोड़ 76 लाख रुपये की स्कॉलरशिप दी गई। इससे पूर्व बीते वर्ष संस्थान से 23 कर्मचारियों को बेस्ट इंप्लवाई अवार्ड से सम्मानित किया
एसआरएचयू बेस्ट इंप्लवाई अवॉर्ड-2018
बेस्ट क्लीनिशियन अवॉर्ड
डॉ.अतुल अग्रवाल
डॉ.अनुराग रावत
बेस्ट टीचर अवॉर्ड
-डॉ.बरनाली काकाटी
डॉ.श्वेता सेठी
बेस्ट थिसिस अवॉर्ड
-डॉ.हिन्नाव कौर
बेस्ट पैरा– क्लीनिकल इंप्लाई अवॉर्ड
1-मुकेश कुमार 2-अजीत सिंह 3-शैलेश कुमार राय 4-बासुदेव सिंह बिष्ट
5-अमित त्यागी
बेस्ट नॉन क्लीनिकल इंप्लाई अवॉर्ड
1-मनीष कुमार गौड़ 2-योगेश चंद्र शर्मा 3-सतराज सिंह 4-अनूप सिंह नेगी
5-हरेंद्र सिंह पंवार 6-लियाकत अली खान 7-ललिता प्रसाद
8-सुनील डोभाल 9-मंदीप सिंह 10-मनजीत सिंह रावत
बेस्ट आरडीआई इंप्लाई अवॉर्ड
1-सतेंद्र चौहान
स्पेशल अवॉर्ड
1-कविता पाल 2- अजीत 3- राजेंद्र
प्रमुख व्यक्ति कौन थे उपस्थित ?
इस दौरान विक्रम सिंह, डॉ.विजेंद्र चौहान, जस्टिस कांडपाल, रसपाल मल्होत्रा, रोशन लाल कनौडिया, प्रो.शिव राम, डॉ.सुनील सैनी, डॉ.प्रकाश केशवया, डॉ.रेनू धस्माना, साधना मिश्रा, नलिन भटनागर सहित देश विदेश से स्वामी जी के सैकड़ों अनुयायी भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन सुनील थपलियाल ने किया। धन्यवाद प्रस्ताव डॉ.विजेंद्र चौहान ने प्रस्तुत किया।