CrimeDehradun

देहरादून में 90 करोड़ के प्रॉपर्टी विवाद में “मौत की सुपारी” देने वाले प्रॉपर्टी डीलर की खुद की हुई हत्या

Property dealer who gave "contract for death" in a property dispute of 90 crores in Dehradun was himself killed

 

देहरादून,3 दिसंबर 2024 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : देहरादून में एक बेहद चौंका देने वाला हत्याकांड सामने आया

जहां ‘मौत की सुपारी” देने वाले शख्स की खुद की ही हत्या की गयी है

यह मामला देहरादून के पटेलनगर का है मामला प्रॉपर्टी डीलिंग से जुड़ा है

देहरादून के पटेल नगर थाना क्षेत्र में घटी यह हृदयदाह करने वाली घटना 29 नवंबर, 2024 की रात को यमुनोत्री विहार फेस 2 चंद्रबनी में सामने आई।

मृतक मंजेश कुमार, 42 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर, हरिद्वार का निवासी था।

पुलिस की प्राथमिक जांच में स्पष्ट हुआ कि उसकी गला घोंटकर निर्मम हत्या की गई।

यह घटना अपराध की जटिल दुनिया का एक दर्दनाक उदाहरण है।

जहां लालच ने मानवीय संवेदनाओं को कुचल दिया और एक निदोष व्यक्ति की जान ले ली।

यह समाज के लिए एक चेतावनी है कि किस तरह छोटी-छोटी लालसाएं बड़े अपराधों को जन्म दे सकती हैं।

“मौत की सुपारी” देने वाले की खुद की हुई हत्या

हत्या के आरोपी अर्जुन द्वारा बताया गया कि वह मृतक मंजेश के साथ प्रापर्टी डिलिंग का काम करता था।

मंजेश तथा संजय उर्फ फौजी आपस में पार्टनर थे,

फौजी द्वारा राजपुर रोड़, सहस्त्रधारा तथा झाझरा हाइवे में जमीन प्लॉटिंग के लिये उठायी गयी थी

जिसमें मंजेश उससे आधी हिस्सेदारी मांग रहा था।

इसी बाद को लेकर दोनों के बीच विवाद चल रहा था,

मंजेश द्वारा अभियुक्त अर्जुन को संजय उर्फ फौजी को मारने की सुपारी दी गयी थी

जिसके एवज में उसे अच्छा पैसा देने की बात कही गयी।

परन्तु मंजेश के आपराधिक प्रवृत्ति का होने के कारण अभियुक्त अर्जुन द्वारा इस काम से इनकार कर दिया

उसने यह बात संजय उर्फ फौजी को बता दिया।

संजय द्वारा अभियुक्त अजुर्न को बताया गया कि उसके द्वारा राजपुर रोड़, सहस्त्रधारा तथा झाझरा हाइवे में जो जमीन उठायी गयी है

यदि उसकी डील हो जाती है तो उसे 80-90 करोड़ का फायदा होगा,

जिसमें से मंजेश आधा हिस्सा मांग रहा है

यदि अर्जुन मंजेश की हत्या कर दे तो वह उसे उसके एवज में 10 करोड़ रूपये देगा।

हत्या का मूल कारण

इस हत्या के पीछे एक जटिल भूमि सौदे का विवाद था।

संजय उर्फ फौजी और मंजेश आपस में राजपुर रोड़, सहस्त्रधारा और झाझरा हाइवे में जमीन प्लॉटिंग के सौदे में भागीदार थे।

मंजेश ने इस सौदे में आधी हिस्सेदारी की मांग की, जो संजय को स्वीकार्य नहीं थी।

यह सौदा लगभग 80-90 करोड़ रुपये का था, जिसमें मंजेश आधी हिस्सेदारी चाहता था।

जूते के फीते से हत्या

संजय ने अर्जुन को 10 करोड़ रुपये में मंजेश की हत्या करने का प्रलोभन दिया।

अर्जुन ने अपने साथी सचिन की मदद से इस योजना को अंजाम दिया।

दोनों ने मंजेश को पार्टी के बहाने सचिन के कमरे में बुलाया, शराब पिलाई और फिर उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी।

जानकारी के मुताबिक अर्जुन ने यह हत्या जूते के फीते से मंजेश का गला घोंटकर की 

उनका मुख्य उद्देश्य मंजेश के 38 लाख रुपये के बैंक खाते और मोबाइल पिन तक पहुंचना था।

अपराधियों की प्रोफाइल

मुख्य साजिशकर्ता संजय उर्फ फौजी 42 वर्षीय था, जो प्रेमनगर का निवासी था।

अर्जुन और सचिन दोनों युवा अपराधी थे जिन्होंने इस हत्या को अंजाम दिया।

अफजल मलिक भी इस षड्यंत्र में एक महत्वपूर्ण भूमिका में था।

पुलिस की कार्रवाई

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देशों पर पुलिस ने अद्भुत तत्परता दिखाई।

घटना के मात्र 24 घंटे के भीतर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।

पुलिस टीम को 10,000 रुपये के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

बरामद किए गए सबूतों में मृतक की सोने की चेन, अंगूठी और कार की चाबी शामिल थीं।

अपराध के पीछे का मकसद

यह हत्या केवल पैसे के लिए की गई थी।

अभियुक्तों ने मृतक के बैंक खाते और मोबाइल पिन तक पहुंचने की साजिश रची थी। लालच ने मानवीय मूल्यों को धूमिल कर दिया और एक जान ले ली।

कानूनी कार्रवाई

थाना पटेल नगर में हत्या का मामला दर्ज किया गया।

SOG देहरादून की टीम ने इस मामले की गहन जांच की।

चारों अभियुक्तों के खिलाफ हत्या का केस दायर किया गया।

 

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!