देहरादून : डोईवाला की चांदमारी स्थित शांतिकुंज कॉलोनी के निवासी इन दिनों मुर्गी फार्म की दोतरफा दुर्गन्ध की मार से बेहाल हैं।
उनकी शिकायत पर नगर पालिका के अधिकारियों ने निरीक्षण किया।
वहीं पोल्ट्री फार्म के मालिकों का कहना है कि वो स्वरोजगार के तहत बमुश्किल दो जून की रोटी कमा पा रहे हैं।
आज तपती दोपहर शांतिकुंज कॉलोनी की महिलायें और पुरुष,इलाके के दो पॉल्ट्री फार्म पर आ धमके।
जहां उनकी फार्म मालिकों के साथ गर्मागर्म बहस भी हुई।
शिकायत पर पहुंचे नगर पालिका परिषद् डोईवाला के सैनिटरी इंस्पेक्टर परमीत चौधरी ने मुर्गी फार्म में साफ-सफाई का निरीक्षण किया।
स्थानीय निवासियों की शिकायत का संज्ञान लेते हुए नगर पालिका के द्वारा जल्द ही दोनों पॉल्ट्री फार्म को एक नोटिस इशू किया जायेगा।
जिसके बाद चालान की कार्यवाही भी की जा सकती है।
फार्म की दुर्गन्ध से परेशान धनेश्वरी देवी का कहना है कि उनका घर में खाना खाना मुश्किल हो गया है।वो परेशान होकर घर बेचने तक की बात कह रही हैं।
एक अन्य महिला पुष्पा का कहना है कि रिहाईशी इलाके के बीच इन फार्म का होना उचित नही है।
पॉल्ट्री फार्म के मालिक सरदार अमरीक सैनी का कहना है कि,” मैंने जैसे-तैसे लोन लेकर ये मुर्गी फार्म खोला है जिससे मेरे परिवार का गुजर-बसर होता है।
सरकार स्वरोजगार की बात करती है और जब हम अपना काम करते हैं तो लोग दिक्कत करते हैं।”
आर्मी से हाल ही में रिटायर होकर आये पॉल्ट्री फार्म के मालिक बलबीर सिंह का कहना है कि ,”कपंनी की तरफ से डेली डॉक्टर चेकअप के लिए आता है।
हर 35 दिन बाद माल निकलने के बाद पुरे फार्म को सेनिटाइज़ किया जाता है ।
इसलिए दुर्गन्ध का सवाल ही नही होता है।
रिटायरमेंट के बाद की पूंजी से उन्होंने आबादि से दूर जंगल के किनारे ये फार्म खोला है जिस पर किसी को कोई आपत्ति नही होनी चाहिए।
शांतिकुंज वासियों के द्वारा इस बाबत उपजिलाधिकारी डोईवाला को एक ज्ञापन भी दिया गया है।
ज्ञापन देने वालों में मंगल सिंह राणा,एस.पी. वर्मा,पूनम पुंडीर,प्रदीप असवाल,भावना देवी,किरण रावत,अरमान राणा,एस.एस. रावत,भगवान सिंह चौहान,विमला देवी,बिमल प्रसाद राणा,राजेंद्र,सूरज थापा,कौशल रावत,जे. बी. थापा शामिल हैं।