डोईवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक को मिलेगा अंतर्राष्ट्रीय सम्मान “माइलस्टोन ग्लोबल अवार्ड”
Executive Director of Doiwala Sugar Mill will receive international honor "Milestone Global Award"
देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : डोईवाला सुगर मिल के अधिशासी निदेशक और सीनियर पीसीएस ऑफिसर दिनेश प्रताप सिंह दुबई में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित होने जा रहे हैं
उनकी इस उपलब्धि पर क्षेत्रीय गन्ना कृषकों,मिल कर्मचारियों और विभिन्न संगठनों ने प्रसन्नता व्यक्त की है
अधिशासी निदेशक को अंतरराष्ट्रीय सम्मान
दुबई, संयुक्त अरब अमीरात में आगामी 14 सितंबर, 2024 को एक विशेष सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
इस सम्मेलन में डोईवाला शुगर मिल के अधिशासी निदेशक दिनेश प्रताप सिंह को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए प्रतिष्ठित “माइलस्टोन ग्लोबल अवार्ड” और गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाएगा।
यह जानकारी माइलस्टोन ग्लोबल अवार्ड्स दुबई के एसोसिएट निदेशक ने दी है।
माइलस्टोन ग्लोबल अवार्ड विभिन्न क्षेत्रों जैसे व्यवसाय, राजनीति, लोक प्रशासन, सामाजिक कार्य, फैशन, सिनेमा, शिक्षा आदि में उत्कृष्ट योगदान देने वाले व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है।
श्री सिंह को यह सम्मान चीनी उद्योग में उनके नवाचारों और प्रबंधन कौशल के लिए दिया जा रहा है।
श्रमिक संगठनों और कर्मचारियों ने दी बधाई
डोईवाला शुगर मिल के विभिन्न श्रमिक संगठनों के नेताओं और कर्मचारियों ने दिनेश प्रताप सिंह को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।
चीनी मिल मजदूर संघ के अध्यक्ष गोपाल शर्मा, श्रमिक संघ के अध्यक्ष राममिलन, और डोईवाला शुगर कंपनी कामगार यूनियन के महामंत्री विजय शर्मा ने श्री सिंह के नेतृत्व में मिल के प्रदर्शन में आए सुधार की सराहना की।
उन्होंने बताया कि श्री सिंह ने 31 अगस्त, 2022 को अतिरिक्त कार्यभार संभाला था।
उनके कुशल प्रबंधन के कारण मिल ने कई क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति की है।
कर्मचारियों के वेतन का समय पर भुगतान, गन्ना किसानों को बेहतर मूल्य, और मिल परिसर में सुविधाओं का विकास इसके प्रमुख उदाहरण हैं।
अधिशासी निदेशक ने जताया आभार
श्री दिनेश प्रताप सिंह ने इस सम्मान के लिए चुने जाने पर हर्ष व्यक्त किया है।
उन्होंने कहा कि यह पुरस्कार केवल उनका नहीं, बल्कि पूरी टीम की मेहनत का परिणाम है।
उन्होंने क्षेत्र के किसानों, अधिकारियों और कर्मचारियों के सहयोग की सराहना की।
श्री सिंह ने कहा, “यह अवार्ड हमारे सभी कृषकों, अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीजुली मेहनत का परिणाम है।
मुझे विश्वास है कि अगर हम इसी तरह योजनाबद्ध तरीके से काम करते रहेंगे, तो हमारी मिल और भी बेहतर परिणाम हासिल कर सकती है।”
यह पुरस्कार न केवल श्री सिंह के व्यक्तिगत योगदान को मान्यता देता है,
बल्कि भारतीय चीनी उद्योग की क्षमता और वैश्विक स्तर पर इसकी प्रतिष्ठा को भी दर्शाता है।