बागेश्वर। बागेश्वर में आतंक का पर्याय बन चुका एक आदमखोर तेंदुआ वन विभाग के लगाए गये एक पिंजरे में कैद हो गया। इस आदमखोर तेंदुआ को पकड़ने के लिए एक सप्ताह पूर्व द्यांगड़ गांव में वन विभाग ने पिंजरा लगाया हुआ था। तेंदुआ के कैद हो जाने से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। गुरुवार की सुबह यह आदमखोर तेंदुआ पिंजरे में कैद हुआ हैं। बागेश्वर में तेेंदुआ अब तक चार बच्चों को मौत के घाट उतार चुका है। एक नेपाली मूल के बच्ची ने कल देर शाम अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
विगत दिन बागेश्वर में गुलदार के हमले से गंभीर घायल नेपाल मूल की एक मासूम बच्ची को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां ईलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। बागेश्वर जिले में आदमखोर तेंदुए के मासूम बच्चों को निवाला बनाए जाने की चार घटनाएं हो चुकी है। जिससे लोगों में दहशत है। लोग शाम होते ही अपने घरों में कैद हो जा रहे हैं। उप प्रभागीय वनाधिकारी बलवंत सिंह साही के अनुसार पीले रंग का गुलदार पर्वतीय क्षेत्रों में बेहद कम दिखता हैं। उन्होंने बताया कि गुलदार काफी बड़ा और हिंसक है। जिसे काबू में करने में काफी मसक्कत करनी पड़ी। गुलदार को वन विभाग मुख्यालय लाया गया है। जिसे शाम को कार्बेट पार्क या अन्य जगह छोड़ दिया जायेगा।
The next time I read a blog, I hope that it doesnt disappoint me as much as this one. I mean, I know it was my choice to read, but I actually thought youd have something interesting to say. All I hear is a bunch of whining about something that you could fix if you werent too busy looking for attention.