
देहरादून पुलिस द्वारा कार्यवाही करते हुए देहरादून में बहुचर्चित किडनी कांड में 04 वर्ष से फरार चल रहे
वांछित 20000/-(बीस हजार रूपए) के इनामी अभियुक्त को , गुवाहाटी असम से किया गया गिरफ्तार
वेब मीडिया के विश्वसनीय नाम
यूके तेज से जुड़ने के लिये
वाट्सएप्प करें 8077062107
Priyanka Pratap Singh
Dehradun :
क्या था मामला :
11/9/2017 को सप्तऋषि हरिद्वार पुलिस चौकी के पास में पुलिस द्वारा चेकिंग के दौरान 5 लोगों को पकड़ा गया था।
जिनसे पूछताछ में शेख ताज व कृष्णादास द्वारा बताया गया था कि देहरादून एयरपोर्ट के पास स्थित
सेंचुरी गंगोत्री अस्पताल में डॉ0 अमित राउत , डॉक्टर अक्षय राउत, डॉक्टर सुषमा दास,
डॉक्टर संजय दास , डा0 जीवन राउत की आदि की टीम द्वारा उनकी किडनी निकाल दी गई है
और उन्हें छोड़ने के लिए दिल्ली ले जा रहे हैं ।
सूचना पर थाना डोईवाला देहरादून में डॉ अमित राउत, डॉ सुषमा दास,
डॉक्टर संजय दास, डॉक्टर अक्षय राऊत, जावेद खान पर मानव अंगों का प्रत्यारोपण मुकदमा दर्ज किया गया था।
मुकदमे की जाँच चौकी प्रभारी भुवन चंद पुजारी द्वारा की गई थी
गिरफ़्तारी
दिनांक 13/9/2017 को जावेद खान को गिरफ्तार किया गया था।
उसके द्वारा घटना में शामिल अपनी समस्त टीम का नाम बताया गया था।
दिनांक 15/9/2017 को मुख्य आरोपी डॉक्टर अमित राऊत, डॉक्टर जीवन राउत,
नर्स सरला सेमवाल को पंचकूला हरियाणा से गिरफ्तार किया गया था।
जिनके कब्जे से एक मर्सिडीज एक बीएमडब्ल्यू और 3300000 रुपए( तैंतीस लाख रुपए )
नगद बरामद हुए थे जो अवैध किडनी ट्रांसप्लांट करके कमाए गए थे।
तथा डॉ अमित राउत द्वारा बताया गया कि उसका बेटा डॉक्टर अक्षय राऊत
भी घटना करके उनके साथ ही भागा था।
और जिसे उसने नगद धनराशि देकर चंडीगढ़ से भगा दिया था।
4 वर्ष से फरार था डॉक्टर अक्षय राऊत
डॉक्टर अक्षय राऊत उर्फ बॉबी उर्फ अक्षय उर्फ अक्षय संतोष पुत्र डॉ अमित राउत
उर्फ संतोष राउत निवासी D-5/29 DLF फेस फर्स्ट गुड़गांव हरियाणा दिनांक 11/9 /2017
से लगभग 4 वर्ष से फरार चल रहा था।
जिसके लिए पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा 20000/ (बीस हजार रुपए।) का इनाम भी घोषित किया।
वह भारत के अलग अलग जगह में छिप कर रहा था।
बहुचर्चित किडनी कांड में अब तक 17 अपराधियों की गिरफ्तारी की गई है
आरोपी डॉक्टर अक्षय राऊत से पूछताछ
आरोपी डॉक्टर अक्षय राऊत ने पूछताछ में बताया गया कि उसका जन्म 7 जनवरी 1982 में बांद्रा मुंबई में हुआ था,
उसकी माँ का नाम सुनीता राऊत तथा पिता का नाम डॉक्टर अमित राऊत है।
डॉ अमित राऊत आयुर्वेदा से डॉक्टर हैं तथा माता होम्योपैथिक डॉक्टर थी।
पापा ने दूसरी शादी 1988 में पूनम नाम की महिला से की उनके दो बच्चे ईशान व मिशान है वह कनाडा में रहती है।
कौशल्या नर्सिंग होम में करते थे ट्रांसप्लांट सर्जरी
डॉक्टर अमित राऊत, पापा का मुंबई में सांताक्रुज में कौशल्या नर्सिंग होम के नाम से अपना क्लीनिक था,
वहां पर वह ट्रांसप्लांट सर्जरी करते थे।
मेरे पिता के भाई जीवन राऊत भी साथ में रहते थे।
महाराष्ट्र में मेरे पिता व उनके भाई पर कई केस दर्ज हो गए।
मैने वर्ष 2001 में एमबीबीएस की पढ़ाई KNR यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंस तेलंगाना वारंगल महाराष्ट्र से की।
वर्ष 2005 में मेरे पापा गुड़गांव में पूनम के साथ वहाँ किडनी ट्रांसप्लांट का केस कर वहां से भाग गए,
तब मुझे बीच में पढ़ाई छोड़नी पड़ी ।
मेरे पिता के साथ डॉक्टर जीवन राऊत व डॉ अमित राऊत भी किडनी ट्रांसप्लांट किया करते थे।
गुड़गांव में थी पूरी टीम
डॉक्टर जीवन राउत का परिवार गुड़गांव में ही रहता था, वहां भी उनकी पूरी टीम थी,
गुड़गांव सेक्टर 43/74 में उनका अपना ही हॉस्पिटल था,
वहां केस करने के बाद वह नेपाल में वर्ष 2008 में पकड़ा गया था।
नेपाल में सीबीआई द्वारा डॉक्टर जीवन राउत को विदेशी करेंसी के साथ पकड़ा था।
डॉक्टर अक्षय राऊत द्वारा बताया गया की उसके द्वारा वर्ष 2009 से 2012 तक मुबई में एक मेडिकल हास्पिटल में आरएमओ का जॉब किया
तथा वर्ष 2017 में वह अपने पिता डॉ अमित राऊत पुत्र रामेश्वर उर्फ पुरुषोत्तम के पास देहरादून स्थित सेंचुरी गंगोत्री अस्पताल डोईवाला में आता रहता था।
जहां उसके द्वारा बहुचर्चित किडनी कांड में अपने पिता अभियुक्त डॉक्टर अमित कुमार व अन्य अभियुक्तों का साथ दिया था।
घटना के बाद मेरे पिता डॉक्टर अमित राउत ने मुझे चंडीगढ़ से रुपए देकर वहां से दूर अन्यत्र स्थान पर चले जाने को कहा था, जिससे कि पुलिस मुझे ना पकड़ सके।
डॉक्टर अक्षय राऊत द्वारा बताया गया की वह पिछले 04 वर्षो से अपना नाम व अपनी आईडी बदल बदल कर गैर राज्यों/शहरों बेंगलुरु, पुणे,आसाम, कोयंबटूर, कोलकाता आदि जगहों पर विभिन्न अस्पतालों में प्रैक्टिस कर रहा था।
वर्तमान समय में वह Pristyn Cair Center प्रेस्टाइन केयर सेंटर गुवाहाटी में पाइल्स के रोगों की प्रैक्टिस कर रहा था।
डॉक्टर अक्षय राऊत की पहली मां का नाम सुनीता द्वितीय माता का नाम पूनम व तृतीय माता का नाम बुलबुल कटारिया है।
डॉक्टर अक्षय राऊत द्वारा बताया गया कि उनके द्वारा सेंचुरी गंगोत्री अस्पताल डोईवाला में कई लोगों के गैर कानूनी ढंग से अंग प्रत्यारोपण कर लाखों रुपए कमाए गए,
जिसमें उसने अपने पिता डॉ0 अमित राउत व अन्य गिरफ्तार 16 अभियुक्तों का पूरा साथ दिया था।
पुलिस टीम
01-थानाध्यक्ष रायवाला भुवन चंद्र पुजारी
02-कां0 प्रवीण नेगी ,दिनेश महर , मनोज