Menstrual Cycle Awarness ( ‘पहले कदम’ ) हिमालयन इंस्ट्टियूट ने चलाया “मासिक धर्म स्वच्छता “

Menstrual Cycle Awarness अभियान ग्रामीण विकास संस्थान ने चलाया मासिक धर्म स्वच्छता अभियान
– 300 से अधिक लोगों ने किया जागरुकता सत्र में प्रतिभाग
वेब मीडिया के विश्वसनीय नाम
“यूके तेज” से जुड़ने के लिये
वाट्सएप्प करें 8077062107
-रजनीश सैनी
देहरादून : हिमालयन इंस्ट्टियूट हॉस्पिटल ट्रस्ट के ग्रामीण विकास संस्थान ने मासिक धर्म स्वच्छता पर आनलाइन व आफलाइन माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया।
इस दौरान विभिन्न गांवों में आयोजित सत्र में शिक्षकों, किशोरियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं व ग्रामीण महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
ग्रामीण विकास संस्थान की निदेशक बी. मैथिली ने बताया कि 3 सितम्बर से 21 सितम्बर के मध्य
मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन (एम एच एम) पर आनलाइन एवं आफलाइन
जागरूकता हेतु अलग अलग गावों में दस सत्र आयोजित किए गये।
जिसमें करीब 300 से अधिक स्कूली शिक्षकों, किशोरियों, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं तथा उनके साथ-साथ ग्रामीण महिलाओं ने भी प्रतिभाग किया गया।
आफलाइन सत्र के अर्न्तगत देहरादून के डोईवाला, कालसी, नागथात, हरिद्वार के बहादराबाद एवं पौड़ी के यमकेश्वर के कई गावों में प्रशिक्षण दिया गया।
आनलाइन प्रशिक्षण में देहरादून के डोईवाला, जिला हरिद्वार के बहादराबाद आदि क्षेत्र की आशाओं, स्कूली शिक्षकांे एवं समुदाय की भागीदारी रही ।
प्रशिक्षकों द्वारा मासिक धर्म से जुड़े मिथकों सहित सम्बन्धित मुद्दो पर गहन जानकारी देकर उनके व्यवहारिक ज्ञान में वृद्वि की गयी।
इसके अलावा जंगलो में निवास करने वाली गुजर समुदाय की महिलाओं को भी मासिक स्वास्थ्य,
स्वच्छता एवं पोषण आहार पर विस्तृत जानकारी दी गयी।
स्वास्थ्य एवं स्वच्छ माहवारी महिलाओं के स्वास्थ्य के लिऐ एक महत्वपूर्ण संकेत है।
इसका स्वच्छतापूर्वक प्रबंधन किया जाना अत्यन्त आवश्यक है ।
युवा वर्ग स्वच्छता एवं सफाई ज्यादा अच्छे से समझ सकता है तथा दूसरों को प्रेरित भी कर सकता है,
क्योंकि ये लोग खासकर किशोरियां अभी मासिक धर्म के प्रभावों से बहुत प्रभावित हो रही हैं ।
युवा वर्ग तेजी के साथ विकल्पों को स्वीकार करता है तथा अच्छे परिणामों को प्राप्त करने हेतु
पद्धति तथा गतिशील कार्यप्रणालियों में सम्मलित होता है।
मासिक स्वच्छता एवं सफाई महिलाओं की निजता, गरिमा,सुरक्षा एवं
आत्मसम्मान से जुड़ा हुआ महत्वपूर्ण मुद्दा है।
“पहले कदम” पुस्तिका का किया वितरण
इसके अलावाग्रामीण विकास संस्थान ने मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन विषय को सरल रूप में समझाने के लिए
”पहले कदम“ पुस्तिका का प्रकाशन कर उसे किशोरियों, महिलाओं,
स्कूल एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को उपलब्ध करयी गयी।
पुस्तक को दिव्यांगजनों हेतु भी उनकी आवश्यकता को देखते हुऐ ब्रेल के रुप में भी समावेशन कर दृष्टिबाधित दिव्यांगजनों तक पहुंचाया गया।
इसी पुस्तक को सांकेतिक भाषा समझने वाले किशोर किशोरियों की मदद से समाज के अन्य सांकेतिक भाषा समझने वाले
किशोर किशोरियों हेतु सांकेतिक विडियो के रूप में कई जरूरत मंदो तक पहुंचायी गयी है
दस दिवसीय मासिक धर्म जागरुकता कार्यक्रम का संचालन एवं
आनलाइन सत्र ग्रामीण विकास संस्थान की समन्वयक नीलम पाण्डेय द्वारा किया गया
तथा फील्ड में प्रशिक्षण हेतु टीम सदस्य माया शर्मा, लीला उनियाल एव
पवन दीप कौरं ने प्रशिक्षण दिया एवं दिग्विजय बिष्ट ने सहयोग दिया ।
हालांकि आज भी कई क्षेत्रों में मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन तथा मासिक धर्म से जुडे
अंधविश्वास से भरी मान्यताओं को ही प्राथमिकता दी जा रही है
जिसमें संस्थान द्वारा समुदाय के दृष्किोण को बदलने की यात्रा जारी है।