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कांस में चमकी उत्तराखंड की बेटी आरुषि निशंक,पहना “फैब्रिक वेस्ट” से बना गाउन

Uttarakhand's daughter Aarushi Nishank shines in Cannes, wears a gown made of "fabric waste"

Dehradun,21 May : उत्तराखंड की बेटी और जानी-मानी अभिनेत्री-निर्माता आरुषि निशंक ने हाल ही में कांस फिल्म फेस्टिवल के रेड कार्पेट पर अपनी अद्वितीय उपस्थिति से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया.

उन्होंने न केवल अपनी खूबसूरती से सबका ध्यान खींचा, बल्कि सर्कुलर फैशन को बढ़ावा देने वाले अपने खास परिधान से दुनिया को एक शक्तिशाली पर्यावरणीय संदेश भी दिया.

यह गाउन फैब्रिक वेस्ट से बना था, जो सतत फैशन के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.

सर्कुलर फैशन से बनाया इतिहास

आरुषि ने कांस के रेड कार्पेट पर अपनी पहली वॉक में ही इतिहास रच दिया.

उन्होंने अपनी कस्टम-डिजाइन की हुई ड्रेस के माध्यम से वैश्विक पर्यावरण चेतना और सामाजिक न्याय का संदेश दिया.

उनका यह लुक इस बात का प्रमाण था कि परिपत्र फैशन और स्टाइल एक साथ चल सकते हैं.

उनकी ड्रेस में जटिल हाथ-कढ़ाई की गई थी,

जिसने टिकाऊ डिजाइन सिद्धांतों को अपनाते हुए इसे एक कालातीत आकर्षण प्रदान किया.

ड्रेस का हरा रंग जीवन शक्ति और प्रकृति के साथ सद्भाव का प्रतीक था, जो पर्यावरण वकालत के लिए एक सूक्ष्म संकेत था.

इस ड्रेस में इस्तेमाल की गई सामग्री नैतिक रूप से प्राप्त की गई थी और स्थायी रूप से उत्पादित की गई थी.

सबसे महत्वपूर्ण बात, इसे शून्य-अपशिष्ट कटाई तकनीकों के साथ बनाया गया था, जिससे पर्यावरणीय प्रभाव कम से कम हो.

फैशन और फिल्म में स्थिरता का महत्व

आरुषि ने व्यापक फैशन उद्योग के लिए एक सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत किया। उनके लुक ने यह प्रदर्शित किया कि नैतिक फैशन अविश्वसनीय रूप से ग्लैमरस और परिष्कृत हो सकता है.

उन्होंने फैशन में स्थिरता के महत्व को रेखांकित किया.

“मेकिंग इंडिया ए ग्लोबल फिल्म पावर हाउस” विषय पर कांस में एक पैनल से बोलते हुए, आरुषि ने कहा कि फिल्मों में परिपत्र फैशन स्रोत सामग्री का उपयोग हमेशा पर्यावरण के अनुकूल तत्वों और परिपत्र अर्थव्यवस्था को उच्च फैशन में शामिल करने की बढ़ती प्रवृत्ति पर जोर देता है.

उन्होंने कहा कि इस बदलाव ने न केवल फैशन और फिल्म उद्योग में स्थिरता के बढ़ते महत्व को उजागर किया,

बल्कि यह भी दिखाया कि लालित्य और पर्यावरण चेतना सह-अस्तित्व में हो सकती है.

संयुक्त राष्ट्र में भी जलवा

आरुषि हाल ही में संयुक्त राष्ट्र, जिनेवा में भी एक कार्यक्रम में शामिल हुई थीं,

जहां उन्होंने पर्यावरण और वैश्विक जल मुद्दों के बारे में मुखर रूप से अपनी बात रखी।

उन्होंने दुनिया को यह बताते हुए एक शक्तिशाली संदेश भेजा कि कैसे सर्कुलर अर्थव्यवस्था किसी भी देश की मुख्य अर्थव्यवस्था को बढ़ावा दे सकती है.

संयुक्त राष्ट्र में उनकी उपस्थिति की कई जगहों पर सराहना की गई.

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