
A large number of dead monkeys found near Mani Mai Temple of Doiwala, panic
Dehradun : आज दोपहर डोईवाला के मणि माई मंदिर के नजदीक
काफी संख्या में मृत बंदरों के मिलने से हड़कंप की स्थिति बन गई है
इस घटना की जानकारी मिलने पर डोईवाला पुलिस
और वन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं
जानकारी मिलने पर हिन्दू जागरण मंच के कार्यकर्त्ता भी मौके पर एकत्रित हो गये
क्या है मामला
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज दोपहर डोईवाला के देहरादून मार्ग पर स्थित
मणि माई मंदिर के नजदीक काफी संख्या में मृत बंदरों को देखा गया
इसकी सूचना मिलने पर वन विभाग के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे
क्या कहा फारेस्ट रेंज ऑफिसर ने
फॉरेस्ट रेंज ऑफीसर घनानंद उनियाल ने बताया कि लच्छीवाला मणि माई मंदिर
के नजदीक लगभग 10 से 12 बंदर मृत अवस्था में पाए गए हैं
वन विभाग घटनास्थल पर पहुंच गया है
इस मामले की जांच की जा रही है
इन बंदरों की मृत्यु के बारे में अभी ठोस तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता है
किया जायेगा पोस्टमॉर्टेम
लच्छीवाला के जंगल में मिले मृत बंदरों को लेकर वन विभाग तुरंत हरकत में आया
फारेस्ट डिपार्टमेंट के कर्मचरियों के द्वारा मृत बंदरों को पोस्टमॉर्टेम के लिये भेजा गया है
ताकि उनकी मृत्यु के कारणों का सही प्रकार से पता चल सके
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रजनीश प्रताप सिंह तेज
बंदरों की मृत्यु की ये हो सकती है बड़ी वजह
यह संभावना जताई जा रही है कि
वन विभाग द्वारा बंध्याकरण Sterilisation के लिए विभिन्न क्षेत्रों से बंदरों को पड़कर
हरिद्वार जनपद के चिड़ियापुर स्थित बंध्याकरण केंद्र
Monkey Sterilisation Center,Chidiyapur पर ले जाया जाता है
जहां उनका बंध्याकरण किया जाता है
इसके बाद बंध्याकरण किए गए इन बंदरों को उनके प्राकृतिक वास में छोड़ दिया जाता है
इस पूरी प्रक्रिया के दौरान कई बार आपसी संघर्ष के कारण भी बंदरों की मृत्यु की संभावना बनी रहती है
इसके अलावा बंध्याकरण किए गए कुछ बंदर भी कई बार प्राकृतिक वास में छोड़े जाने पर उनकी मृत्यु हो सकती है
फिलहाल वन विभाग इस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रहा है
रोष व्यक्त किया
सामाजिक कार्यकर्ता प्रेम कुमार अरोड़ा ने इस घटनाक्रम पर अपना रोष व्यक्त किया है
उनका कहना है कि इस प्रकार की घटना ठीक नहीं है
वन विभाग और प्रशासन को चाहिए कि वह इस मामले की सही प्रकार से जांच करें
और यदि कोई व्यक्ति इसमें दोषी पाया जाता है तो उसे पर नियम के अनुसार कार्यवाही भी की जाए
ये जताई जा रही संभावना
एक संभावना व्यक्त की जा रही है कि
कोई व्यक्ति संभवतया मणि माई मंदिर के पुराने मार्ग पर अपने वाहन से वहां से आया होगा
उसके द्वारा इन मृत बंदरों को जंगल के किनारे छोड़ दिया गया
क्या कहा हिन्दू जागरण मंच ने
हिन्दू जागरण मंच के प्रान्त सम्पर्क प्रमुख संदीप सिंह ने यूके तेज से बात करते हुये कहा है कि
हिन्दू धर्म में वानर को हनुमान जी का रूप मानते हैं
हमारे धर्म में प्रकृति और वन्य जीवों की भगवान् के रूप में पूजा की जाती है
इस प्रकार की घटना से हमारी भावना को ठेस लगना स्वाभाविक है
फिलहाल एक घायल बंदर को रेस्क्यू करके इलाज के लिए चिड़ियाघर भेज दिया है
जबकि 21 से 22 मृत बंदरों को पोस्टमॉर्टेम के लिए भेजा गया है
घटनास्थल पर वन विभाग से चंडी उनियाल,राधा देवी,हर्रावाला चौकी इंचार्ज कमलेश गौड़,हिन्दू जागरण मंच के प्रान्त सम्पर्क प्रमुख संदीप सिंह,सुशील कुमार,सन्नी कुमार, मनदीप,अंकित कुमार,विकास रावत,प्रेम कुमार अरोड़ा मुख्य रूप से उपस्थित रहे