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अल्मोड़ा : उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में खेती करना
जंगली जानवरों के कारण कठिन है जिसका सस्ता,सरल और टिकाऊ उपाय
अल्मोड़ा के रविंद्र तिवारी नामक किसान ने निकाला है।
आप वीडियो देखिये :—
उन्होंने प्लास्टिक के पाइप का इस्तेमाल कर
बेहद कम खर्च में एक वॉयस गन बना डाली
जिसकी उपयोगिता देख अब सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं।
रविंद्र तिवारी को कैसे आया आईडिया :—
“यूके तेज” से बात करते हुए रविंद्र तिवारी ने बताया कि
उन्होंने बंदरों और जंगली सूअरों से किसानों की फसल को
होने वाले भारी नुकसान का समाधान निकालने की सोची।
एक दिन वो एक मैकेनिक के पास किसी काम से गये तो
उन्होंने गैस वेल्डिंग के दौरान पटाखे जैसी ध्वनि सुनी।
वहीं से उन्हें इसका आइडिया आया।
कैसे काम करती है “वॉयस गन” :—
किसान रविंद्र तिवारी ने प्लास्टिक के पाइप को जोड़कर एक ऐसी गन बनायी
जो न केवल सस्ती है बल्कि पकड़ने में और इस्तेमाल में काफी हल्की है।
जिसमें बाजार में आसानी से उपलब्ध कार्बाइड का
एक छोटा टुकड़ा और पानी डालकर हिलाया जाता है
जिसके बाद गन के पिछले हिस्से में बनाये गए एक छेद में
गैस लाइटर डालकर जब उसे पुश किया जाता है तो जोर से धमाका होता है।
मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह को दिखाया डेमो :—
अपनी वॉयस गन का डेमो उन्होंने मुख्य कृषि अधिकारी प्रियंका सिंह के सामने किया।
उन्होंने भी माना कि इस गन के उपयोग से जंगली जानवर और बंदर भाग सकते है।
उन्होंने बताया कि वह विभागीय स्तर से इसे वीपीकेएएस, कृषि विज्ञान केन्द्र
या जीबी पंत संस्थान से पंजीकरण करवाने हेतु प्रयास करेंगी
ताकि किसान की यह खोज पंजीकृत हो सके
और विपणन के लिए खोजकर्ता को सहायता मिल सके |