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नई शिक्षा नीति 2020 पर संगोष्ठी आयोजित,डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने किया शुभारंभ

Seminar organized on New Education Policy 2020, inaugurated by Dr. Ramesh Pokhriyal 'Nishank'

देहरादून,8 जुलाई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : वेद एवं विश्व शांति श्रृंखला के अंतर्गत, स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय और उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में आज नई शिक्षा नीति 2020 पर आधारित शिक्षा विषय पर एक महत्वपूर्ण संगोष्ठी का आयोजन स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय के सभागार में किया गया.

इस संगोष्ठी में नई शिक्षा नीति के महत्व के तहत शिक्षकों, विद्यार्थियों और सामाजिक जागृति पर गहन चर्चा हुई.

डॉ. निशंक ने किया शुभारंभ, बताया विश्व गुरु बनाने का लक्ष्य

कार्यक्रम का शुभारंभ नई शिक्षा नीति के प्रणेता और पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने दीप प्रज्वलित कर किया.

अपने उद्बोधन में डॉ. निशंक ने जोर देकर कहा कि नई शिक्षा नीति का मुख्य उद्देश्य भारत को विश्व गुरु के रूप में पुनः स्थापित करना है.

उन्होंने बताया कि इस नीति और इसके प्रावधानों की प्रशंसा न केवल देश में बल्कि विश्व के कई अन्य देशों में भी की गई है, और आज कई देश इस नई शिक्षा नीति से प्रभावित हैं.

गणमान्य व्यक्तियों ने रखे विचार

इस अवसर पर उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओ.पी.एस. नेगी, महिला आयोग उत्तराखंड की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, उत्तराखंड राज्य मंत्री सुभाष बढ़थ्वाल और राज्य मंत्री वीरेंद्र सेमवाल उपस्थित रहे.

इन सभी गणमान्य व्यक्तियों ने नई शिक्षा नीति के विषय पर अपने विचार व्यक्त किए.

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति कौशल विकास और सामाजिक मूल्यों पर आधारित है, जो निश्चित रूप से भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण आयाम सिद्ध होगी.

कार्यक्रम का संचालन विशेष कार्य अधिकारी डॉ. राजेश नैथानी द्वारा किया गया

इस संगोष्ठी के सफल आयोजन में कुल सचिव अरविंद अरोरा और जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुंवर का विशेष सहयोग रहा.

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