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AIPSC in Dehradun : देहरादून में AIPSC के तहत “5जी युग में पुलिस व्यवस्था” पर चर्चा शुरू

AIPSC in Dehradun

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) देहरादून में 49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस का आयोजन किया जा रहा है
यह आयोजन दो दिनों तक चलेगा जिसमें देश भर के पुलिस अधिकारी प्रतिभाग कर रहे हैं

इसकी थीम “अमृतकाल में पुलिसिंग” Policing in Amritkal है

प्रथम दिवस के कार्यक्रम में देश के Union Home Minister गृह मंत्री अमित शाह आज शाम 4 बजे प्रतिभाग करेंगें

वह बतौर मुख्य अतिथि रहेंगें जबकि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अति विशिष्ट अतिथि होंगें

जबकि द्वितीय दिवस समापन अवसर पर मुख्य अतिथि उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह होंगें

AIPSC in Dehradun

इसका आयोजन पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो Bureau of Police Research and Development (BPRD) के द्वारा किया जा रहा है

49वीं अखिल भारतीय पुलिस साइंस कांग्रेस के प्रथम सत्र 5जी युग में पुलिस व्यवस्था (Policing in 5G Era) के अन्तर्गत चर्चा हुई

“भ्रष्टाचार विरोधी जांचों में AI (Artificial Intelligence) के उपयोग से क्रान्तिकारी बदलाव”

उत्तरप्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक, राजा श्रीवास्तव ने बताया कि भ्रष्टाचार विरोधी जांचों में AI (Artificial Intelligence) के उपयोग से क्रान्तिकारी बदलाव आए हैं।

उन्होंने बताया कि आधुनिक तकनीक का उपयोग कर अल्प समय में डेटा का विश्लेषण कर जाचों को समय से किया जा सकता है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में केस रिपोर्टिंग से लेकर केस क्लोजर एक लंबी प्रक्रिया है

इसमें सामान्यतः 18 से 24 महीने लगते हैं लेकिन आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के प्रयोग से इसे 6 महीने में पूरा किया जा सकता है

अभी यह मुख्यतः Manual Fact Finding Process है

AIPSC in Dehradun

जांच में मुख्यतः Financial,Property,Travel और Call Data लिया जाता है

श्री राजा ने बताया कि आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस AI से Automation,Accuracy,Deeper Analysis के फायदे मिलते हैं

जांच के दौरान सीडीआर और एसएमएस डाटा एनालिसिस किया जाता है

Call Detail Record (CDR) Data Analysis में टॉप 5 इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल चिन्हित की जाती हैं इसके साथ ही रिलेटेड पार्टीज की मैपिंग की जाती है

इसी प्रकार एसएमएस डाटा एनालिसिस में बैंक एसएमएस आइडेंटिफिकेशन,इस्टैब्लिशमेंट ऑफ़ रिलेशनशिप विथ बैंक और बैंक स्टेटमेंट एक्वीजीशन किया जाता है

इन सबकी मदद से Identify Anomalies ,Risky Behaviour from Banking Transactions किया जाता है

अपराधियों की डिजिटल बिहेवियर रिपोर्ट जांच में काफी मदद देती है।

AIPSC in Dehradun

वर्तमान समय में कई जांचों में फाइनेंसियल, बिहेवियर एनालिसेस का प्रयोग कर अच्छे रिजल्ट मिले हैं, जो साक्ष्यों को न्यायालय में मजबूत आधार प्रदान करते हैं।

उन्होने विशेष रूप से कहा कि कानून प्रवर्तन एजेन्सियों एवं अन्य विभागों के बीच डेटा शेयरिंग भी काफी महत्वपूर्ण है।

साइबर सुरक्षा में Known and unknown Threats

Inteligence Bureau आसूचना ब्यूरो के संयुक्त निदेशक ने साइबर सुरक्षा में Known and unknown Threats पर प्रकाश डाला।

उन्होने कहा कि पुलिस से संबंधी संस्थाओं के लिए डेटा की सुरक्षा काफी महत्वपूर्ण है।

आधुनिक तकनीक के इस युग में साइबर हाइजीन युक्त होने की आवश्यकता है।

उन्होने बताया कि विभिन्न कार्यों हेतु IP Cameras का उपयोग हो रहे हैं।

AIPSC in Dehradun

IP Cameras के नेटवर्क को सिक्योर करना साइबर सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू है।

बी0 एस0 जयसवाल, संयुक्त कमीशनर, दिल्ली पुलिस ने Geospatial तकनीक एवं Big Data Analysis के प्रयोग के आधार पर प्रभावी सीमा प्रबन्धन पर प्रकाश डाला।

उन्होंने नई तकनीकों जैसे GIS, GPS, Geodome का उपयोग कर कार्यप्रणाली में सुधार करने हेतु विशेष जोर दिया

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