1 जून को खुलेंगें श्री हेमकुंड साहिब गुरूद्वारे के कपाट,30 मई को पहला जत्था होगा रवाना
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(ऋषिकेश से प्रतिभा की रिपोर्ट)
ऋषिकेश : उत्तराखंड के पांचवे धाम के रूप में विश्वविख्यात श्री हेमकुंड साहिब गुरूद्वारे के कपाट 1 जून को खुलेंगें।
आज ऋषिकेश में पत्रकारों से बातचीत करते हुए गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मैनेजर सरदार दर्शन सिंह ने बताया कि,”श्री हेमकुंड साहिब गुरूद्वारे के कपाट एक जून को खुलने जा रहे हैं।
सिख श्रद्धालुओं का पहला जत्था 30 मई को रवाना होगा।
यात्रा मार्ग में पड़ने वाले सभी ट्रस्ट के गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं के रात्रि विश्राम,भोजन-पानी,डॉक्टर इत्यादि की सभी व्यवस्थाएं कर ली गयी हैं।
श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो,संगत की सेवा के लिए कर्मचारियों की नयी भर्ती कर ली गयी है।”
श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा सिखों की सबसे कठिन धार्मिक यात्रा मानी जाती है।
सात पर्वत चोटियों से घिरा श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है।
लगभग 15197 फीट की ऊंचाई पर हिमालय में स्थित यह गुरुद्वारा सिखों के दसवें गुरु ,श्री गुरु गोविन्द सिंह को समर्पित है।
अत्यधिक बर्फ होने के कारण इस वर्ष कपाट खुलने के शुभ दिन की तिथि बदली गयी है।
यहां कईं फीट ऊंची बर्फ की परत को हटाने के लिए भारतीय सेना जुटी हुई है।