उत्तराखंड में “एग्रो टूरिज्म” को लेकर डोईवाला में हुआ गहन चिंतन
Deep reflection took place in Doiwala regarding "Agro Tourism" in Uttarakhand.

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज़ ) : जैविक कृषि को बढ़ावा देने और एग्रो टूरिज्म को विकसित करने के लिए प्रसिद्ध जैविक किसान सतीश पाल के फार्म हाउस पर एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के प्रमुख जैविक कृषक, उपभोक्ता और बुद्धिजीवी वर्ग ने भाग लिया।
कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रजनीश गर्ग ने बताया कि जैविक उत्पादों की देशभर में व्यापक मांग है, विशेषकर आयुर्वेद के क्षेत्र में।
उन्होंने बताया कि देसी गाय का घी शुद्धता के आधार पर बाजार में 3,000 से 5,000 रुपये प्रति किलो तक बिक रहा है।
कार्यक्रम की एक विशेष झलक तब देखने को मिली जब देहरादून की पूजा नामक महिला ने अपने किचन गार्डन में उगाई गई जैविक सब्जियों की एक टोकरी सतीश पाल को भेंट की, जिसमें ब्रोकली, मूली, टमाटर और फूलगोभी जैसी ताजी सब्जियां शामिल थीं।
लगभग दो वर्ष पूर्व शुरू किए गए इस कृषि पर्यटन कार्यक्रम ने अब तक सराहनीय परिणाम दिए हैं।
विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में इसे काफी सफलता मिली है।
संस्था के संरक्षक दीपक उपाध्याय ने बताया कि युवा पीढ़ी को इस अभियान से जोड़ने का विशेष प्रयास किया जा रहा है।
थानों गांव के राजेंद्र सोलंकी पॉलीहाउस में सब्जी उत्पादन के साथ-साथ मधुमक्खी पालन का कार्य कर रहे हैं और किसानों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।
देहरादून के संजीव शर्मा देसी गाय के पालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
यह समूह जो तीन-चार लोगों से शुरू हुआ था, आज 50 से अधिक सदस्यों का एक मजबूत परिवार बन चुका है।
विश्व आयुर्वेद परिषद से जुड़े रजनीश गर्ग ने बताया कि आयुर्वेद में जैविक उत्पादों की महत्वपूर्ण भूमिका है और कृषि पर्यटन के माध्यम से उपभोक्ताओं और किसानों के बीच सीधा संवाद स्थापित होने से कई भ्रांतियों का निवारण हो रहा है।
ये लोग रहे उपस्थित
कार्यक्रम में गन्ना कृषक समिति के अध्यक्ष और पब्लिक इंटर कॉलेज डोईवाला के प्रबंधक मनोज नौटियाल, अशोक पाल, पत्रकार रजनीश प्रताप सिंह,पूजा, रजनीश गर्ग,मुकुल पाल,राजेंद्र सोलंकी,दीपक उपाध्याय,संजीव शर्मा,मुकेश कंडवाल,सरदार इंद्रजीत सिंह,प्रमिला ,प्रमोद कुमार,मनीष बिष्ट, ओम प्रकाश लखेरा,प्रदीप चमोली, अंकित बिष्ट
सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.