सतपाल महाराज देंगें 200000 रुपये का प्रथम पुरूस्कार,गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी गीत करिये तैयार

> आजादी के अमृत महोत्सव के कार्यक्रम की तैयारी
> ललित कला और साहित्य कला अकादमी खुले
> सर्वश्रेष्ठ गीत को दो लाख रुपये का पहला इनाम
> ढोल-दमाऊ के कार्यक्रम होंगें आयोजित
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
देहरादून : संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने संस्कृति विभाग के अधिकारियों द्वारा सांस्कृतिक कलाकारों को पहचान पत्र जारी करने के आदेश संबंधित प्रगति की जानकारी के अलावा संस्कृति विभाग के गढ़ी कैंट में निर्माणाधीन ऑडिटोरियम स्थिति की भी समीक्षा की।
उन्होंने भविष्य में ढोल दमाऊ कार्यक्रम कराए जाने की रूपरेखा तथा तिथि के निर्धारण से संबंधित आदेश भी अधिकारियों को दिए।
श्री महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में ललित कला ,साहित्य कला ,संगीत नाटकीय कला खोलने हेतु भारत सरकार को शीघ्र प्रस्ताव भेजा जाए।
उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत संस्कृति विभाग विभिन्न स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों को किए जाने की यथाशीघ्र व्यवस्था सुनिश्चित करें।
उन्होंने संस्कृति विभाग के अधिकारियों को आदेश दिए कि आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर गढ़वाली, कुमाऊनी एवं जौनसारी गीतों को तैयार करवा सर्वश्रेष्ठ गीतों के लिए प्रथम पुरस्कार ₹200000 द्वितीय पुरस्कार ₹100000 एवं तृतीय पुरस्कार ₹50000 गीतकारों को दिए जाने का प्रावधान किया जाए।
समीक्षा बैठक में पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, विवेक चौहान अश्वनी पुंडीर, संस्कृति महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान, निदेशक बीना भट्ट, एचओडी सिंचाई मुकेश मोहन एवं लोक निर्माण विभाग के एचओडी अयाज अहमद सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।