डोईवाला में सार्वजानिक स्थल पर कूड़ा फेंकने पर हुआ 7000 रुपये का चालान
A total challan of Rs 7000 was issued for throwing garbage at a public place in Doiwala.

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : उत्तराखंड के डोईवाला शहर में सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा फेंकने की समस्या से निपटने के लिए नगर पालिका ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।
यह कार्रवाई न केवल शहर की सुंदरता को बनाए रखने के लिए, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए भी आवश्यक थी।
नगर पालिका डोईवाला के अधिशासी अधिकारी उत्तम सिंह नेगी के द्वारा दिए गये निर्देशों के अनुरूप आज एक अभियान चलाया गया
जिसके तहत डोईवाला के ऋषिकेश मार्ग पर स्वच्छता अभियान चलाया गया
सेनेटरी इंस्पेक्टर सचिन रावत की अगुवाई में दुकानदारों द्वारा कूड़ा फेंके जाने के आरोप में कुल 7000 रुपये का चालान किया गया है
बड़े काम की है “यूजर चार्ज रसीद”
सेनेटरी इंस्पेक्टर सचिन रावत ने बताया कि नगर पालिका द्वारा कूड़ा उठान को लेकर प्रदान की जाने वाली “यूजर चार्ज रसीद” बेहद काम की चीज है
इसे संभाल कर रखें
जब कभी भी नगर पालिका द्वारा निरीक्षण कार्रवाई की जाये इसे अवश्य दिखायें
जिससे यह माना जायेगा कि आपके द्वारा कूड़े का भली-भातिपूर्वक निस्तारण किया जा रहा है
यूजर चार्ज रसीद आपको चालानी कार्रवाई से बचाने में मददगार हो सकती है
कार्रवाई का विवरण
नगर पालिका डोईवाला ने एक अभियान शुरू किया है जिसमें निम्नलिखित उपाय शामिल हैं:
1. जुर्माना : सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने वालों पर कड़ा जुर्माना लगाया जा रहा है।
इसके तहत एक व्यक्ति पर 500 से लेकर 5000 रुपये तक का चालान किया जा सकता है
2. निगरानी: शहर के प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे हैं।
जिनका समुचित उपयोग किया जा सकता है
इससे उल्लंघनकर्ताओं की पहचान करना और उन्हें दंडित करना आसान हो गया है।
3. जागरूकता अभियान: स्थानीय जनता और दुकानदारों को सार्वजानिक स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है
4. कूड़ेदान की व्यवस्था: शहर भर में पर्याप्त संख्या में कूड़ेदान लगाए गए हैं,
जिससे लोगों को कूड़ा उचित स्थान पर फेंकने की सुविधा मिल सके।
5. नियमित सफाई: नगर पालिका ने सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई है और उन्हें आधुनिक उपकरण प्रदान किए हैं।
6. डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन- नगर पालिका डोईवाला के द्वारा घर-घर से कूड़ा उठान को सुनिश्चित किया गया है
जिसे वाहनों के माध्यम से एकत्रित किया जा रहा है
परिणाम और प्रभाव
इस पहल के शुरुआती परिणाम उत्साहजनक रहे हैं।
नागरिकों की प्रतिक्रिया भी सकारात्मक रही है।
दुकानदारों ने इस अभियान को उनके लिए लाभदायक बताया है
उनका कहना है कि स्वच्छ पर्यावरण से उनके व्यवसाय पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा
इस प्रकार, नगर पालिका डोईवाला की यह पहल न केवल शहर की स्वच्छता में सुधार ला रही है, बल्कि नागरिकों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रही है।
यह एक उदाहरण है कि कैसे स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के सहयोग से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।
उत्तराखंड के डोईवाला शहर में सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा फेंकने की समस्या से निपटने के लिए नगर पालिका ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कार्रवाई न केवल शहर की सुंदरता को बनाए रखने के लिए, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए भी आवश्यक थी।
नगर पालिका डोईवाला के अधिशासी अधिकारी उत्तम सिंह नेगी के द्वारा दिए गये निर्देशों के अनुरूप आज एक अभियान चलाया गया
जिसके तहत डोईवाला के ऋषिकेश मार्ग पर स्वच्छता अभियान चलाया गया
सेनेटरी इंस्पेक्टर सचिन रावत की अगुवाई में दुकानदारों द्वारा कूड़ा फेंके जाने के आरोप में कुल 7000 रुपये का चालान किया गया है
कार्रवाई का विवरण
नगर पालिका डोईवाला ने एक व्यापक अभियान शुरू किया है जिसमें निम्नलिखित उपाय शामिल हैं:
1. जुर्माना : सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने वालों पर कड़ा जुर्माना लगाया जा रहा है।
पहली बार अपराध करने पर ₹500 और दोहराने पर ₹1000 तक का जुर्माना निर्धारित किया गया है।
2. निगरानी: शहर के प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिनका समुचित उपयोग किया जा सकता है
इससे अपराधियों की पहचान करना और उन्हें दंडित करना आसान हो गया है।
3. जागरूकता अभियान: स्कूलों, कॉलेजों और सामुदायिक केंद्रों में स्वच्छता के महत्व पर कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
4. कूड़ेदान की व्यवस्था: शहर भर में पर्याप्त संख्या में कूड़ेदान लगाए गए हैं, जिससे लोगों को कूड़ा उचित स्थान पर फेंकने की सुविधा मिल सके।
5. नियमित सफाई: नगर पालिका ने सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई है और उन्हें आधुनिक उपकरण प्रदान किए हैं।
6. डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन- नगर पालिका डोईवाला के द्वारा घर-घर से कूड़ा उठान को सुनिश्चित किया गया है जिसे वाहनों के माध्यम से एकत्रित किया जा रहा है
परिणाम और प्रभाव
इस पहल के शुरुआती परिणाम उत्साहजनक रहे हैं। पिछले तीन महीनों में, सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने के मामलों में 60% की कमी आई है। शहर की सड़कें और पार्क अधिक स्वच्छ दिखाई दे रहे हैं, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है।
नागरिकों की प्रतिक्रिया भी सकारात्मक रही है। कई लोगों ने स्वयंसेवक के रूप में इस अभियान में भाग लिया है और अपने पड़ोसियों को भी जागरूक करने में मदद कर रहे हैं।
## भविष्य की योजनाएं
नगर पालिका अब इस पहल को और आगे ले जाने की योजना बना रही है। आने वाले महीनों में, वे घर-घर जाकर कूड़ा संग्रह की व्यवस्था शुरू करेंगे और कचरे के पृथक्करण को प्रोत्साहित करेंगे।
इस प्रकार, नगर पालिका डोईवाला की यह पहल न केवल शहर की स्वच्छता में सुधार ला रही है, बल्कि नागरिकों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रही है। यह एक उदाहरण है कि कैसे स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के सहयोग से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।
उत्तराखंड के डोईवाला शहर में सार्वजनिक स्थलों पर कूड़ा फेंकने की समस्या से निपटने के लिए नगर पालिका ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह कार्रवाई न केवल शहर की सुंदरता को बनाए रखने के लिए, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए भी आवश्यक थी।
नगर पालिका डोईवाला के अधिशासी अधिकारी उत्तम सिंह नेगी के द्वारा दिए गये निर्देशों के अनुरूप आज एक अभियान चलाया गया
जिसके तहत डोईवाला के ऋषिकेश मार्ग पर स्वच्छता अभियान चलाया गया
सेनेटरी इंस्पेक्टर सचिन रावत की अगुवाई में दुकानदारों द्वारा कूड़ा फेंके जाने के आरोप में कुल 7000 रुपये का चालान किया गया है
कार्रवाई का विवरण
नगर पालिका डोईवाला ने एक व्यापक अभियान शुरू किया है जिसमें निम्नलिखित उपाय शामिल हैं:
1. जुर्माना : सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने वालों पर कड़ा जुर्माना लगाया जा रहा है।
पहली बार अपराध करने पर ₹500 और दोहराने पर ₹1000 तक का जुर्माना निर्धारित किया गया है।
2. निगरानी: शहर के प्रमुख स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। जिनका समुचित उपयोग किया जा सकता है
इससे अपराधियों की पहचान करना और उन्हें दंडित करना आसान हो गया है।
3. जागरूकता अभियान: स्कूलों, कॉलेजों और सामुदायिक केंद्रों में स्वच्छता के महत्व पर कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं।
4. कूड़ेदान की व्यवस्था: शहर भर में पर्याप्त संख्या में कूड़ेदान लगाए गए हैं, जिससे लोगों को कूड़ा उचित स्थान पर फेंकने की सुविधा मिल सके।
5. नियमित सफाई: नगर पालिका ने सफाई कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई है और उन्हें आधुनिक उपकरण प्रदान किए हैं।
6. डोर-टू-डोर वेस्ट कलेक्शन- नगर पालिका डोईवाला के द्वारा घर-घर से कूड़ा उठान को सुनिश्चित किया गया है जिसे वाहनों के माध्यम से एकत्रित किया जा रहा है
परिणाम और प्रभाव
इस पहल के शुरुआती परिणाम उत्साहजनक रहे हैं। पिछले तीन महीनों में, सार्वजनिक स्थानों पर कूड़ा फेंकने के मामलों में 60% की कमी आई है। शहर की सड़कें और पार्क अधिक स्वच्छ दिखाई दे रहे हैं, जिससे पर्यटन को भी बढ़ावा मिला है।
नागरिकों की प्रतिक्रिया भी सकारात्मक रही है। कई लोगों ने स्वयंसेवक के रूप में इस अभियान में भाग लिया है और अपने पड़ोसियों को भी जागरूक करने में मदद कर रहे हैं।
## भविष्य की योजनाएं
नगर पालिका अब इस पहल को और आगे ले जाने की योजना बना रही है। आने वाले महीनों में, वे घर-घर जाकर कूड़ा संग्रह की व्यवस्था शुरू करेंगे और कचरे के पृथक्करण को प्रोत्साहित करेंगे।
इस प्रकार, नगर पालिका डोईवाला की यह पहल न केवल शहर की स्वच्छता में सुधार ला रही है, बल्कि नागरिकों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता भी बढ़ा रही है। यह एक उदाहरण है कि कैसे स्थानीय प्रशासन और नागरिकों के सहयोग से बड़े बदलाव लाए जा सकते हैं।