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“हेट स्पीच” से सुर्ख़ियों में आये स्वामी यति नरसिंहानंद इस बात पर भड़के डोईवाला में

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : कौन हैं स्वामी यति नरसिंहानंद ?

स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी,श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा,डासना के महामंडलेश्वर है

हरिद्वार धर्म संसद के दौरान हेट स्पीच के कथित आरोपों के चलते वह मीडिया की सुर्ख़ियों में आये थे

आरोप है कि धर्म संसद के दौरान कथित तौर पर उनके द्वारा विशेष समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गयी थी

हरिद्वार पुलिस द्वारा वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण सिंह त्यागी और महामंडलेश्वर स्वामी यतीनरसिंहानंद को धर्म संसद के मंच से हेट स्पीच देने के मामले में गिरफ्तार किया गया था

डोईवाला में भड़के स्वामी यति नरसिंहानंद

श्री पंचनाम दशनाम जूना अखाड़ा,डासना के महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद गिरी बीते रोज डोईवाला के श्री गोवर्धन बालापुरी मंदिर पहुंचे

इस अवसर पर श्री गोवर्धन बालापुरी मंदिर के स्वामी निजानंद महाराज और सचिन मेहता उपस्थित रहे

जहां उन्होंने पदयात्रा और इसके उद्देश्य पर प्रकाश डाला

महामंडलेश्वर स्वामी यति नरसिंहानंद ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड की शुद्धि के लिए एक पदयात्रा उनके शिष्य यति राम स्वरूपानंद महाराज के नेतृत्व में हर की पैड़ी हरिद्वार से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आवास तक निकाली जा रही है

यह यात्रा 3 नवंबर को शुरू हुई थी

क्या लगाया आरोप ?

स्वामी यति नरसिंहानंद ने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शिष्य यति परमात्मानंद गिरी जी महाराज को पदयात्रा के दौरान गाड़ी से कुचलकर मारने का प्रयास किया गया है

उनका आरोप है कि इस पदयात्रा के दौरान रायवाला से डोईवाला के बीच में यति परमात्मानंद गिरी महाराज को मारने का प्रयास किया गया है

घटनास्थल डोईवाला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आता है

यति तो बने ही बलिदान के लिये हैं

उन्होंने कहा कि यति संप्रदाय ********* से लड़ते हुए अपना बलिदान देने के लिए बना है

हम किसी को मारने के लिए नहीं निकले हैं हम सड़कों पर इसलिए घूम रहे हैं ताकि दुनिया को ***** और ******* की सच्चाई बता सके

हम दुनिया को बता सके कि कौन इन ****** के साथ हैं और कौन इन ****** से लड़ रहा है

उन्होंने कहा कि यदि हमारी हत्या भी हो जाए तो हम इसके लिए मानसिक रूप से तैयार हैं

अगर हमें मृत्यु का डर होता तो हम ******* से लड़ने के लिए घर से निकलते ही क्यों ?

जिस तरह से स्वामी यति परमात्मानंद को मारने का प्रयास किया गया है हम निहत्थे और निशस्त्र सड़कों पर घूमते हैं

हम मरने के लिए तैयार खड़े हैं हम एक वैचारिक लड़ाई को लड़ रहे हैं

उन्होंने कहा कि हमारी यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक एक भी सच्चा सनातनी इस धरती पर रहेगा

हम लड़ते रहेंगे तुम्हें कत्ल करने का अभ्यास है तो हमें धर्म के लिए प्राण देने का अभ्यास है

क्या लिखा है पुलिस को दी तहरीर में ?

डोईवाला पुलिस को दी गई रिपोर्ट के अंदर प्रमुख रूप से लिखा गया है कि कल लगभग 1:00 बजे लाल तप्पड़ चौकी क्षेत्र में पहुंची तो पीछे से आ रही गाड़ी जिस पर टेंपरेरी नंबर UK CT लिखा था

जिसने सन्यासियों के ऊपर गाड़ी तेजी से चढ़ाने का प्रयास किया जिससे यति परमात्मा नंद गिरी घायल हो गए

बाकि संन्यासियों ने इधर-उधर भाग कर अपनी जान बचाई

संत निकले हैं पदयात्रा पर

यूके तेज से बात करते हुये स्वामी यति रणसिंहानन्द गिरी ने बताया कि 3 नवंबर को हरिद्वार की हर-की-पैड़ी से देवभूमि उत्तराखंड शुद्धिकरण अभियान यात्रा की शुरुआत की गयी

इस पदयात्रा में

स्वामी स्वरूपानंद,
यति रणसिंहानन्द गिरी,
स्वामी यति परमात्मानंद गिरी,
स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी,
अनमोल शिंदे और

अटल सेना के प्रदेश अध्यक्ष शम्भू रतूड़ी

शामिल हैं

इसका उद्देश्य पहाड़ में समुदाय विशेष की बढ़ती उपस्थिति और उनके द्वारा कथित तौर पर महिलाओं,बच्चियों से होने वाली अभद्रता को लेकर है

विगत 6 महीनों में इस बाबत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को 11000 पत्र लिखे गये हैं

इसका पहला पड़ाव सत्यनारायण मंदिर रहा जबकि दूसरा पड़ाव डोईवाला का श्री गोवर्धन बालापुरी मंदिर है

यहां से यह यात्रा 5 नवंबर को देहरादून पहुंचेगी

6 नवंबर को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाक़ात का समय तय है जिसमें इन मुद्दों के समाधान की दिशा में वार्ता की जानी है

मुख्यमंत्री को सौंपेंगे रक्त से लिखा पत्र 

 

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