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देहरादून : डोईवाला के खैरी रोड़ स्थित महर्षि वाल्मीकि मंदिर में
विश्व हिंदू परिषद के सामाजिक समरसता अभियान
के तहत महर्षि वाल्मीकि जयंती धूमधाम से मनाई गई।
महर्षि वाल्मीकि जयंती पर विश्व हिंदू परिषद ,बजरंगदल
और दुर्गा वाहिनी द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं वक्ता राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ
के सह प्रांत प्रचार प्रमुख संजय ने कहा कि
सबसे पहले महर्षि वाल्मीकि ने ही संस्कृत भाषा में रामायण लिखी थी
जिसे गोस्वामी तुलसीदास ने अवधी भाषा में लिखी थी इसीलिए वो आदि कवि कहलाये।
इनके द्वारा रचित रामायण को ही मूल रामायण माना जाता है।
जब माता सीता को भगवान राम ने त्याग दिया था
तब वो महर्षि बाल्मीकि के आश्रम में ही रही और लव-कुश को जन्म दिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता वाल्मीकि समाज के बसारत ने की।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि विभाग समरसता प्रमुख प्रमोद कुमार,पंकज,
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के हरी ओम ने मार्गदर्शन किया ।
कार्यक्रम में मिष्ठान वितरण एवं वाल्मीकि समाज के
प्रमुख व्यक्तियों का पटका पहनाकर सम्मान किया गया।
कार्यक्रम का संचालन जिला समरसता प्रमुख नरेश उनियाल ने किया ,
कार्यक्रम में नगर अध्यक्ष राकेश सिंह,प्रखंड संयोजक बजरंग दल अंकित राजपूत,
नगर सह संयोज़क बजरंगदल डोईवाला विनित,
महेंद्र,नगर प्रमुख राहुल अग्ग्रवाल,दुर्गा वाहिनी से भावना ,
डोईवाला विश्व हिन्दू परिषद प्रखण्ड मंत्री संतोष,
किशोर,पंकज,सुमित भट्ट,सुनील,अमित जोशी,
रोहित कुमार,मनोज कश्यप ,गोपाल जी,मुकेश,रणवीर,
दिग्विजय,सुलेख,अशोक एवं अन्य काफी संख्या में लोग उपस्थित रहे।