(वीडियो) विख्यात पर्यावरण अधिवक्ता एम सी मेहता बोले,”कोरोना वायरस मानव के लिए चेतावनी”,चार धाम यात्रा,महाकुंभ सहित कई विषयों पर की “यूके तेज” से बातचीत

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देहरादून : विख्यात पर्यावरण अधिवक्ता एम सी मेहता ने विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर “यूके तेज” से कोरोना पांडेमिक,उत्तराखंड की प्रसिद्द चार धाम यात्रा और महाकुंभ 2021 सहित विश्व पर्यावरण के विषयों पर बातचीत की।
गौरतलब है कि एम सी मेहता ताजमहल,गंगा जैसे बड़े पर्यावरण के सुप्रीम कोर्ट केस के लिए पूरी दुनिया में विख्यात हैं।
आप वीडियो देखें :—
कोरोना वायरस मानव के लिए चेतावनी,केवल मनुष्य चपेट में :—
पदम श्री एम सी मेहता ने कहा कि,”कोरोना वायरस मानव के लिए एक सबक की तरह है
क्यंकि कोरोना वायरस की चपेट में कोई पशु,पक्षी,पेड़-पौधे नही आये बल्कि यह केवल मनुष्य के लिए ही घातक सिद्ध हुआ है।
क्यूंकि पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान मानव ने ही पहुंचाया है।
कोरोना वायरस की वजह से पुरे संसार में लोग अपने घरों में कैद हो गए और दुनिया का पर्यावरण शुद्ध हो गया।ये प्रकृति का मनुष्य के लिए एक संदेश है।
चार धाम यात्रा के लिए पहाड़ की कैरिंग कैपेसिटी का हो आंकलन :—
श्री मेहता ने कहा कि चार धाम यात्रा दोबारा खोले जाने को लेकर वहां के रावल और अन्य अधिकारियों की राय पर काम करना चाहिए लेकिन इसके साथ ही सरकार को कैरिंग कैपेसिटी भी देखनी चाहिए।
पहाड़ पर ऊपर कितने यात्री जाएं इसका आंकलन होना चाहिए।
कोरोना की वजह से यहां के पर्यावरण की जो हीलिंग हुई है उसके स्वरुप को फिर से बिगड़ने न दिया जाये।
महाकुंभ पर सरकार बरते सतर्कता :—-
विश्व के सबसे बड़े कोर्ट केस में से एक “गंगा प्रदुषण” का कोर्ट केस लड़ने वाले एम सी मेहता ने कहा कि
यदि संतों और सरकार की सहमति से 2021 महाकुंभ प्रतीक रूप में मनाकर,2022 में वृहद् रूप में आयोजित किया जाता है तो अच्छी बात है।
लेकिन सरकार को “महाकुंभ” गंगा रिवर बेड में आयोजित नही करना चाहिए
क्यूंकि इससे सारा शौच माँ गंगा में जाता है।
इसके लिए उपयुक्त स्थान पर आयोजित किया जाना चाहिए।