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देहरादून : डोईवाला की हरिद्वार रोड स्थित होटल हैवेन के नीचे स्थित कॉम्प्लेक्स में एक दुकान में फ़र्ज़ी तरीके से “आधार कार्ड” बनाने का मामला प्रकाश में आया है।
यह सेंटर ”देवभूमि जनसेवा केंद्र” के नाम से चल रहा है जिस पर बड़े अक्षरों में आधार पंजीकरण केंद्र लिखा हुआ है।
मामले की शिकायत जब वार्ड-1 से सभासद मनीष धीमान के पास कुछ लोगों ने की तो उन्होंने जाकर इसकी पड़ताल की।
इस केंद्र पर उपस्थित व्यक्ति ने अपना नाम पहले सोनू फिर बाद में शादाब बताया ,केंद्र का मालिक रूड़की का है।
इस आधार कार्ड सेंटर से 180 रुपये प्रति कार्ड वसूले जा रहे थे।इनके द्वारा आधार कार्ड अप्लाई करने पर जो स्लिप दी जा रही थी उसकी जाँच सभासद ने कॉमन सर्विस सेंटर,ई-डिस्ट्रिक्ट के मैनेजर राजेश तिवारी से करवाई तो पता चला कि यह आईडी उत्तर-प्रदेश की है।
यह आईडी उत्तराखंड में कार्य करने के लिए अधिकृत नहीं है।
क्या है असली पेंच ?
दरअसल उत्तर-प्रदेश सरकार ने प्राइवेट सेंटर को आधार कार्ड बनाने की अनुमति दे रखी है जिनके द्वारा बनाये जा रहे आधार कार्ड पूरी तरह वैध है।
जबकि उत्तराखंड सरकार द्वारा केवल सरकारी सेंटर ही आधार कार्ड बनाने के लिए अधिकृत किये गए हैं।
डोईवाला में इसके लिए केवल स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में स्थित सेंटर ही अधिकृत है।जहां एक दिन में केवल 50 व्यक्तियों के ही कार्ड बनाये जा रहे हैं।
क्या है सभासद की आपत्ति ?
सभासद मनीष धीमान ने कहा कि आधार कार्ड बनवाने के लिए बायोमेट्रिक प्रणाली का प्रयोग किया जाता है जिसमें व्यक्ति के फिंगर प्रिंट आ जाते हैं।
श्री धीमान ने आशंका व्यक्त की है कि चूंकि आधार कार्ड से बैंक अकाउंट और पैन कार्ड भी लिंक होते हैं ऐसे में इसके दुरूपयोग से बैंक खाते से रकम उड़ाई जा सकती है।