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रहें “खबरदार”,जानिये क्या है एप्स के माध्यम से “300 करोड़ के घोटाले” का चाइना और उत्तराखंड कनेक्शन

Uttarakhand Police has arrested the Indian mastermind of scam through apps.
In the preliminary investigation of the police, it is a scam of 300 crores, which can go further and even more.
उत्तराखंड पुलिस ने एप्स के माध्यम से घोटाला करने वाले इंडियन मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया है पुलिस की प्राथमिक जाँच में यह 300 करोड़ का घोटाला है जो आगे चलकर इससे भी अधिक का निकल सकता है.
>उत्तराखंड पुलिस ने 300 करोड़ घोटाले का किया खुलासा
>पिछले वर्ष हुआ था 1500 करोड़ का घोटाला
>उधारकर्ताओं को अत्यधिक दरों पर दिया जाता है लोन
>उत्तराखण्ड में 247 फर्जी लोन एप हो रही संचालित
>05 चीनी नागरिकों के नाम भी आये हैं सामने
>Contact List,Photo gallery Acess का दुरूपयोग
> लोन एप के माध्यम से साइबर क्राइम गिरोह का भंडाफोड़
>देहरादून के स्थानीय व्यक्ति से हुई 17 लाख की धोखाधड़ी
> 75-80 फर्जी लोन एप को बन्द कराने के हुये प्रयास
>फर्जी लोन के 70 SMS HEADER के खिलाफ एक्शन
>शेल कंपनी का भारतीय मास्टरमाइंड गिरफ्तार
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रजनीश प्रताप सिंह तेज

देहरादून : Director General of Police Ashok Kumar पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया है कि उत्तराखंड पुलिस के द्वारा एक चाइनीज लोन एप के गिरोह Chinese Loan Apps Scam का भंडाफोड़ किया गया है.

Special Task Force स्पेशल टास्क फोर्स और साइबर क्राइम पुलिस Cyber Crime Police के द्वारा इसे अंजाम दिया गया है.

फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी करने वालों के विरुद्ध साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन एवं एसटीएफ उत्तराखण्ड को बड़ी कामयाबी मिली है.

15 एप्स के माध्यम से 300 करोड़ रुपये, लोगों को अधिक ब्याज / लोन पर देकर लोगों से अवैध वसूली के नाम पर मानसिक उत्पीड़न करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है.

देहरादून का मामला

लूनिया मोहल्ला निकट कालिका मन्दिर देहरादून निवासी के साथ करीब 17 लाख रुपये की ऑनलाईन लोन एप के माध्यम से साईबर ठगी हुई, जिसका संज्ञान साईबर क्राईम पुलिस द्वारा लिया गया.

जिसमें प्रथम दृष्टया जांच में पाया कि भारत सरकार के NCRP पोर्टल पर भी फर्जी लोन एप के माध्यम से धोखाधड़ी का शिकार हुए पीड़ितों की विभिन्न शिकायतें प्राप्त हुई .

यह गिरोह लोगों को सस्ते लोन के नाम पर उन्हें Short Messaging Service (SMS) एसएमएस भेज कर अपनी एप डाउनलोड करवाते थे.

जिसके माध्यम से उनके डाटा की परमिशन ले लेते थे जिसके बाद वह लोगों को धमकी देना और ब्लैकमेल करना शुरू कर देते थे उनके रिश्तेदारों को अश्लील फोटो,वीडियो इत्यादि भेजकर भी ब्लैकमेल करते थे.

इस तरह इस गिरोह के द्वारा 300 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया है.

डीजीपी कुमार ने कहा कि यह घोटाला बहुत बड़ा है अभी मात्र प्राथमिक जांच में ही 300 करोड़ रुपये निकल कर सामने आए हैं. यह इससे भी बड़ा हो सकता है देशभर में अभी सिर्फ 5 एप्स का ही डिटेल निकाला है.

उत्तराखंड पुलिस ने की है जांच

अकेले उत्तराखंड में अभी तक 200 से ज्यादा शिकायतें आ चुकी है.

दिसंबर में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की गई उत्तराखंड पुलिस द्वारा इस मामले में iIndian Penal Code भारतीय दंड संहिता की धोखाधड़ी इत्यादि की विभिन्न धाराओं के साथ ही Information Technology Act आईटी एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है.

उत्तराखंड पुलिस ने इस मामले में भारतीय मास्टरमाइंड अंकुर ढींगरा को गिरफ्तार किया है.

“मास्टरमाइंड” अंकुर ढींगरा का “शातिर माइंड”

अंकुर ढींगरा पुत्र अनिल ढींगरा निवासी एन-2/79 मोहन गार्डन उत्तम नगर नई दिल्ली हाल डी- 205 मोहन गार्डन नई दिल्ली को उसके गुडगाँव स्थित कार्यालय से गिरफ्तार किया गया.

अंकुर ढींगरा बेहद शातिर किस्म का व्यक्ति है वह कई दफा चीन जा चुका है और वह चीन की भाषा मैंडरिन जानता है.

इसी के लैपटॉप में लगभग 300 करोड़ के घोटाले की डिटेल है इनके द्वारा एक शेल कंपनी Hector Lendkaro Private Limited बनाई गई.

उसी का Indian Mastermind Ankur Dhingra इंडियन मास्टरमाइंड अंकुर ढींगरा है.

इस गिरोह में 5 चीनी व्यक्तियों के नाम भी सामने आए हैं उनके बारे में भी उत्तराखंड पुलिस आगे कार्यवाही करने जा रही है.

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि यह धोखेबाज पहले Google Play Storeगूगल प्ले के माध्यम से ऐप डाउनलोड करवाते थे. तब लोन की बात कहते थे लेकिन धीरे-धीरे गूगल प्ले स्टोर से ऐसी एप्स को हटा दिया गया जब इनके खिलाफ कंप्लेंट और रिपोर्ट दर्ज हुई तब ऐसी एप्स को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया गया.

अब यह एसएमएस के माध्यम से इस प्रकार का प्रयोग कर रहे हैं.

जब भी कोई व्यक्ति एसएमएस के माध्यम से ऐप को डाउनलोड करके अपना रजिस्ट्रेशन करता है उस दौरान यह कई प्रकार की परमिशन प्राप्त कर लेते हैं जिससे इनको व्यक्ति के मोबाइल फोन में Photo,Video and Contact list फोटो वीडियो कांटेक्ट लिस्ट आदि की एक्सेस प्राप्त हो जाती है.

उस परमिशन के बाद यह ब्लैक मेलिंग शुरू करते हैं.

पहले हो चुका है 1500 करोड़ का घोटाला

डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि यह एक राष्ट्रीय स्तर का घोटाला है.श्री अशोक कुमार ने आम जनता से अपील की है कि इस प्रकार के लोगों के झांसे में ना आए.

पिछले वर्ष इन लोगों ने पावर बैंक ऐप के माध्यम से डेढ़ हजार करोड़ रुपए का घोटाला किया था वह भी चाइनीज एप का घोटाला था जिसमें 15 दिन के अंदर पैसा डबल करने का झांसा दिया गया था अब यह सस्ते लोन का झांसा देते हैं.

शिकायत पर पुलिस ने की कार्रवाई

साईबर थाने की सब-इंस्पेक्टर रोशनी रावत द्वारा जब इस प्रकार की शिकायतों को लेकर कार्रवाई की गयी तो अनुमानित 75-80 फर्जी लोन एप को बन्द कराने हेतु कार्यवाही प्रचलन में लायी जा चुकी है.

साथ ही फर्जी लोन के नाम पर SMS का प्रयोग कर लगभग 70 SMS HEADER को चिन्हित कर इनके विरुद्ध कार्यवाही करते हुए सम्पूर्ण भारत वर्ष में बन्द करवाने का प्रयास प्रारम्भ किया गया.

तो ये हैं 15 फर्जी एप्स

पकड़ी गयी कम्पनी Hector Lendkaro Private Limited की 15 एप RupeeGo, Rupee Here, LoanU, QuickRupee, Punch Money, Grand Loan, DreamLoan, CashMO, Rupee MO, CreditLoan, Lendkar, RockOn, HopeLoan, Lend Now, Cashfull एप जो देश भर में प्रकाश में आये 300 करोड़ रुपये लोगों को अधिक ब्याज / लोन पर देकर लोगों से अवैध वसूली के नाम पर मानसिक उत्पीड़न कर रही है । प्रारंभिक जांच में पाया गया कि उत्तराखण्ड राज्य में 247 फर्जी लोन एप संचालित है

तो ये हैं चीनी व्यक्ति

इस अभियोग में 05 चीनी नागरिकों के नाम सामने आयेः-
1. Kuang Yongguang उर्फ Bolt
2. Miao Zhang उर्फ Cicero
3. Wanzue Li उर्फ Force
4. He Zhebo उर्फ Leo
5. Difan Wang उर्फ Scott wang

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