“जब तक मन में खटपट,नही मिलता भगवान” : गुरुमाता श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर निर्भयानंद पुरी महाराज
Unless there is a struggle in the mind, God is not found: Gurumata Sri Sri 1008 Mahamandaleshwar Nirbhayanand Puri Maharaj
देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : डोईवाला स्थित गोवर्धन बालापुरी मंदिर में भीतर रोज बैसाखी के अवसर पर सत्संग और भंडारे का आयोजन किया गया इस अवसर पर मंदिर से जुड़े श्रद्धालू बड़ी संख्या में इस अवसर पर उपस्थित रहे
श्री गुरुमाता ने किया सत्संग
गोवर्धन बालापुरी मंदिर प्रांगण में एक सत्संग का आयोजन किया गया
जिसमें दिल्ली आश्रम से पधारी श्री श्री 1008 गुरुमाता महामंडलेश्वर निर्भयानंद पुरी ने भक्तों को ईश्वरीय ज्ञान प्रदान किया
श्री गुरुमाता ने कहा कि जब तक मनुष्य के मन में खटपट है वह ईश्वर का सामीप्य प्राप्त नही कर सकता है
मनुष्य के मन में उसकी सांसारिक इच्छाएँ,विद्वेष आदि दुर्गुण उपद्रव करते रहते हैं
मनुष्य इसी में उलझकर रह जाता है और वह अपने जीवन के परम उद्देश्य को भूल जाता है
एक दिन यह पंचतत्व का पुतला शांत हो जायेगा
फिर जैसा उसका अंतःकरण होगा उसी के अनुरूप उसका अगला स्वरुप होगा
नारायण उसकी वैसी ही आकृति तैयार कर देंगें
दोष देना उचित नही,कर्म के अनुसार गति
मनुष्य को काल,कर्म और ईश्वर को दोष देना गलत है
सत्य तो यह है कि हम ईश्वर को समझते ही नही
जो कर्म हम करते हैं उसका फल भी तो हमें ही भुगतना पड़ेगा
दूर-दूर से पहुंचे श्रद्धालु
बैसाखी के अवसर पर आयोजित सत्संग और वार्षिक भंडारे में हिन्दुस्तान भर के सभी आश्रमों की परम अध्यक्षा श्री श्री 1008 गुरुमाता महामंडलेश्वर निर्भयानंद पुरी महाराज,स्वामी ज्ञान सेवानंद पुरी ,आचार्य भागवत,स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती,महंत निजानंद पुरी,महात्मा सुजानंद ,सतीश अरोड़ा,रोहित सैनी,नरेंद्र कौशिक,सचिन मेहता,दिवेश मेहता,ईश्वर चंद अग्रवाल,मनीष धीमान प्रमुख रूप से उपस्थित रहे
इस अवसर पर डोईवाला,देहरादून,हरिद्वार,दिल्ली,फरीदाबाद,नोएडा,गाजियाबाद,रोहिणी,प्रीतमपुपरा,सोनीपत,अंबाला,जगाधरी,चंडीगढ़ आदि से बड़ी संख्या में श्रद्धालू पहुंचे