कैबिनेट में पुलिस पे-ग्रेड मुद्दा न आने से यूकेडी नेता भड़के,सीएम आवास पर आमरण अनशन की दी चेतावनी

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( PRIYANKA SAINI )
देहरादून : उत्तराखंड की तीरथ सिंह रावत की आज की कैबिनेट मीटिंग में पुलिस पे-ग्रेड मुद्दा न आने से उत्तराखंड क्रांति दल के नेता भड़क गये।

उपवास पर बैठे कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री आवास पर आमरण अनशन की चेतावनी तक दे डाली है।
गौरतलब है कि राज्य की पुलिस एक अनुशासित पुलिस बल है जो अपनी मांगों के लिए संगठन बनाने,आंदोलन करने जैसी गतिविधियां नही कर सकता है।
ऐसे में तमाम जनप्रतिनिधि और राजनैतिक दल इस मुद्दे पर उनकी आवाज उठाने का काम कर रहे हैं।
उपवास आज तीसरे दिन भी जारी रहा उत्तराखंड क्रांति दल पिछले 3 दिनों से देहरादून के घंटाघर स्थित स्वर्गीय इंद्रमणि बडोनी स्मारक स्थल पर उपवास पर बैठा है।
उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय मीडिया प्रभारी शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि आज कैबिनेट बैठक मे सरकार ने पुलिस के जवानों को 4600 ग्रेड पे नहीं दिया है, इसलिए मुख्यमंत्री तीरथ सिह रावत से वार्ता की जाएगी।
यदि वार्ता सकारात्मक नही रही तो वहीं आवास पर आमरण अनशन किया जाएगा।
गौरतलब है कि आज 28 मई को कैबिनेट में ग्रेड पे का मसला हल किए जाने की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल उपवास कर रहा है।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि सरकार आक्रोश को शांत करने के लिए 4600 ग्रेड पर से नीचे 4200 ग्रेड पे दिए जाने के लिए मन बना रही है लेकिन यह ग्रेड पे जवानों के साथ सीधा-सीधा धोखा है।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शांति प्रसाद भट्ट ने कहा कि सरकार सब इंस्पेक्टर के पदों को पहले ही भरने की कार्रवाई शुरू कर चुकी है, ऐसे में जवानों का प्रमोशन अगले 5 से 7 साल तक भी नहीं हो पाएगा और इससे नीचे का ग्रेड पे दिए जाने पर जवानों का आर्थिक नुकसान तो होगा ही उनका मनोबल भी टूटेगा।
यूकेडी खेल प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सरकार कई अन्य मामलों में भी पुलिस के जवानों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार करती है।
रायपुर ब्लॉक अध्यक्ष अनिल डोभाल ने कहा कि कैबिनेट में जवानों की बात नहीं सुनी गयी है। सीएम से वार्ता सकारात्मक नही रही तो उत्तराखंड क्रांति दल सीएम आवास पर आमरण अनशन पर बैठ जाएगा।
सामाजिक कार्यकर्ता सुमन बडोनी ने कहा कि पुलिस के जवानों की ड्यूटी 24 घंटे की है और ना ही उन्हें कोई छुट्टियां मिलती हैं, इसलिए उनकी वेतन और कार्यप्रणाली की तुलना अन्य विभागों से नहीं हो सकती।
उपवास के तीसरे दिन उपरोक्त नेताओं के अलावा यूकेडी युवा मोर्चा की जिला अध्यक्ष सीमा रावत, देवेंद्र रावत, और सुरेश आर्य और उपेंद्र कैंतुरा, मुकेश गैरोला आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।