राष्ट्रीय खेलों में “अनोखी पहल”,जिसकी हर तरफ हो रही प्रशंसा
Green Revolution: A unique effort to protect the environment in national sports
देहरादून ,3 फरवरी 2025 ,( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : देहरादून में एक अभिनव पहल ने पर्यावरण संरक्षण और खेल जगत को एक साथ जोड़ने का महत्वपूर्ण कदम उठाया है.
उत्तराखंड सरकार द्वारा शुरू की गई.
Green Revolution: A unique effort to protect the environment in national sports.
इस परियोजना में राष्ट्रीय खेलों के पदक विजेताओं के सम्मान में एक विशेष ‘खेल वन’ की स्थापना की जा रही है,
जो न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी,
बल्कि खेल नायकों के योगदान को भी याद रखेगी.
एक अनोखी पहल
A unique initiative
महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज के निकट स्थित 2.77 हेक्टेयर भूमि पर विकसित किया जा रहा यह खेल वन एक अभूतपूर्व प्रयोग है.
यहां 1600 रूद्राक्ष के पेड़ लगाए जाएंगे,
जिनमें से प्रत्येक पेड़ राष्ट्रीय खेलों में पदक जीतने वाले एक खिलाड़ी के नाम से जुड़ा होगा.
यह पहल खेल और पर्यावरण संरक्षण के बीच एक अद्भुत संबंध स्थापित करती है.
प्रधानमंत्री की प्रेरणा
Prime Minister’s inspiration
38वें राष्ट्रीय खेलों की थीम ‘ग्रीन गेम्स’ को साकार करते हुए,
उत्तराखंड सरकार ने एक महत्वाकांक्षी कदम उठाया है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं इस पहल की सराहना की है,
जो इसके महत्व को रेखांकित करता है.
राष्ट्रीय खेल सचिवालय के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अमित सिन्हा का कहना है.
कि यह पहल खेल नायकों की स्मृतियों को संजोने का एक अनूठा माध्यम है.
भविष्य की ओर
Towards the future
दस फरवरी को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा शुभारंभ किया जाने वाला यह खेल वन एक संदेश देता है – चैंपियंस हमें प्रेरित करते हैं.
विशेष बोर्ड पर लिखा जाएगा – “चैंपियंस इंस्पायर अस, दियर लेगेसी ब्लूम्स इन एवरी ट्री वी प्लांट”
इस परियोजना में हर पेड़ एक खिलाड़ी की उपलब्धियों की गवाही देगा.
पर्यावरण संरक्षण का संदेश
यह पहल केवल एक वृक्षारोपण परियोजना नहीं है,
बल्कि एक व्यापक पर्यावरण संरक्षण अभियान है.
क्षेत्र की तारबंदी, विशेष देखभाल और संरक्षण के प्रयास इसकी विशेषता हैं.
मुख्यमंत्री धामी का कहना है कि यह प्रयास दूर-दूर तक पर्यावरण संरक्षण का संदेश फैलाएगा.
निसंदेह, यह पहल खेल और पर्यावरण के बीच एक अनोखा संगम है,
जो न केवल हमारे खेल नायकों को सम्मानित करता है,
बल्कि प्रकृति के संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है.