
देहरादून ,16 जुलाई 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : मुख्यमंत्री के ‘नशा मुक्त उत्तराखंड’ के स्वप्न को साकार करने की दिशा में डोईवाला पुलिस ने आज एक बड़ी और प्रभावी कार्रवाई को अंजाम दिया है.
‘ऑपरेशन क्लीन’ के तहत, पुलिस टीम ने थाना क्षेत्र के भीतर 1 हेक्टेयर (लगभग 2.5 एकड़) से अधिक भूमि पर स्वयं उगे हुए भांग के पौधों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया.
इस अभियान का उद्देश्य नशाखोरी पर लगाम लगाना और आमजन को इस सामाजिक बुराई के प्रति जागरूक करना है.
15 दिन का खास अभियान
उत्तराखंड राज्य को ड्रग्स के चंगुल से पूरी तरह मुक्त करने के लिए मुख्यमंत्री के आह्वान पर राज्य भर में 15 दिवसीय विशेष अभियान चलाया जा रहा है.
इसी कड़ी में, देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय ने मादक पदार्थों की तस्करी, बिक्री और सेवन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने तथा जन-जागरूकता फैलाने के स्पष्ट निर्देश जारी किए थे.
इन निर्देशों का पालन करते हुए, डोईवाला के प्रभारी निरीक्षक कमल कुमार लुंठी ने अपनी टीम को इस महत्वपूर्ण अभियान को सफल बनाने के लिए पूरी मुस्तैदी से काम करने का आदेश दिया.
डोईवाला पुलिस का सघन अभियान
आज,डोईवाला पुलिस टीम ने वरिष्ठ उपनिरीक्षक डोईवाला के नेतृत्व में मोर्चा संभाला.
टीम ने कोतवाली डोईवाला क्षेत्र के ग्राम कुड़कावाला, बुल्लावाला और झबरावाला में आकस्मिक चेकिंग अभियान चलाया.
इस दौरान, संदिग्धों के घरों की तलाशी भी ली गई, हालांकि इस चरण में कोई अवैध मादक पदार्थ बरामद नहीं हुआ.
चेकिंग अभियान के तुरंत बाद, पुलिस टीम ने इन गांवों के आसपास के क्षेत्रों में फैले विशाल भू-भाग पर अपनी निगाहें दौड़ाईं.
लगभग 1 हेक्टेयर भूमि पर घनी भांग की फसल लहलहा रही थी, जो स्वतः ही उगी हुई थी.
पुलिस बल ने बिना देरी किए, इस विशाल भांग की फसल को जड़ से उखाड़ कर पूरी तरह नष्ट कर दिया.
जागरूकता का संदेश
अभियान के दौरान, पुलिस टीम ने स्थानीय ग्रामीणों से भी संवाद स्थापित किया.
उन्हें नशे के दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से बताया गया और नशे से दूर रहने तथा इसकी जानकारी पुलिस को देने के लिए प्रेरित किया गया.
इस संबंध में व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया गया.
डोईवाला पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह ‘ऑपरेशन क्लीन’ सिर्फ एक शुरुआत है.
नशे के खिलाफ कार्रवाई और जागरूकता कार्यक्रम थाना क्षेत्र में निरंतर रूप से जारी रहेंगे ताकि डोईवाला को नशा मुक्त बनाया जा सके और मुख्यमंत्री के सपने को साकार किया जा सके.
यह अभियान न केवल मादक पदार्थों की उपलब्धता को कम करेगा, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने में भी सहायक होगा.