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Planing Commission Pushkar Dhami : ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ आधारित कृषि व्यवस्था पर होगा काम : पुष्कर सिंह धामी

Planing Commission Pushkar Dhami

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नीति आयोग की बैठक में वर्चुअली भाग लेते हुये प्राकृतिक खेती से जुड़े विभिन्न विषयों पर अपने विचार रखे.
> इकोलॉजी और इकोनॉमी में आदर्श समन्वय हो स्थापित
> विजन डॉक्यूमेंट में शामिल,रासायनिक से प्राकृतिक खेती
>प्राकृतिक खेती के लिये बनेगी उत्तराखंड में “टास्क फाॅर्स”
>प्राकृतिक खेती के लिये एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी को प्रेरणा
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’

देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से नीति आयोग द्वारा आयोजित नवोन्मेषी कृषि कार्यक्रम में प्रतिभाग करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में ईकोलॉजी और इकोनोमी में कैसे आदर्श समन्वय हो, इस दिशा में राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है.

राज्य सरकार ने राज्य में सकल पर्यावरणीय उत्पाद (जी.ई.पी) को लागू किया है, जो जी.डी.पी को निर्धारित करने के प्रचलित मॉडल के साथ लागू किया गया है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में नेशनल हॉर्टिकल्चर मिशन के अन्तर्गत विश्व स्तरीय पौधशालाओं की स्थापना, चाय के विकास के लिए उत्तराखण्ड की चाय को वैश्विक पहचान दिलाने, जल संरक्षण हेतु काश्तकारों को प्रोत्साहित कर रेन हार्वेस्टिंग टैंको के व्यापक स्तर पर निर्माण एवं सब्जी और पुष्प उत्पादन हेतु पॉलीहाउस को बढ़ावा देने के लिए प्रयास किये जा रहे है.

जिसमें नीति आयोग एवं केन्द्र सरकार से मदद ली जायेगी.

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में प्राकृतिक कृषि के उत्थान एवं उसके विविध आयामों पर कार्य करने के लिए राज्य सरकार कृत संकल्पित है.

उत्तराखण्ड सरकार राज्य में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विश्वविद्यालयों को प्रेरित कर रही है। कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से काश्तकार इससे जुड़ेगे.
रासायनिक खेती से प्राकृतिक खेती राज्य के विजन डॉक्यूमेंट का हिस्सा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जल्द एक टास्क फोर्स का गठन किया जायेगा. जिसमें सभी स्टेक होल्डर्स को शामिल कर उत्तराखण्ड में प्राकृतिक खेती में आगे बढ़ाया जायेगा.

हमें अपनी कृषि व्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी खेती को तमाम हानिकारक रसायनों से बचाना होगा. जिससे काश्तकार भी सम्पन्न हो सकें और ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः’ आधारित कृषि व्यवस्था लागू हो सके.

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