“नेक आदमी सम्मान” : डीजीपी अशोक कुमार ने प्रदान किये 85 हजार नगद और प्रशंसा पत्र,जानिये क्या है ये स्कीम ?
उत्तराखंड के धूमाकोट सड़क हादसे में रेस्क्यू के दौरान अपनी अहम भूमिका निभाने वाले कुछ स्थानीय नागरिकों को पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार के द्वारा नगद धनराशि और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया है.
जिससे माना जा रहा है कि आम जनता में दुर्घटना के दौरान पुलिस को लेकर बनी भ्रान्ति टूटेगी और एक अच्छा संदेश जायेगा.
>हर साल 1000 जिंदगियां हादसे का शिकार
> चलायी गयी Good Samritans Scheme
> जनता में इससे जायेगा पॉज़ीटिव मैसेज
> पुलिस करेगी Good Samritans सम्मानित
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
देहरादून : आमतौर पर पुलिस कार्रवाई के डर से सड़क दुर्घटना में आम जनता घायल व्यक्ति की सहायता को आगे आने से डरती है. केंद्र सरकार के द्वारा मोटर व्हीकल एक्ट के तहत भी दुर्घटना के वक्त घायलों की मदद करने वाले अच्छे नागरिकों को सम्मानित और प्रोत्साहित करने का प्रावधान है.
कुछ ऐसा ही धूमाकोट दुर्घटना के दौरान हुआ है जहां स्थानीय व्यक्तियों ने घायलों को रेस्क्यू करने में अपनी खासी भूमिका निभाई है अब सूबे के पुलिस महकमे के मुखिया डीजीपी अशोक कुमार ने इस दुर्घटना में अहम भूमिका निभाने वाले 8 स्थानीय व्यक्तियों को पुरुस्कृत और सम्मानित किया है.
पुलिस महानिदेशक,अशोक कुमार के द्वारा पौड़ी गढ़वाल के थाना धुमाकोट क्षेत्रांतर्गत सिमड़ी गांव के पास हुई बस दुर्घटना में राहत, खोज एवं बचाव कार्य में पुलिस का सहयोग एवं घायलों की सहायता करने वाले स्थानीय लोगों को Good Samaritans Scheme के तहत कुल 85 हजार रूपए नगद पुरस्कार और प्रशंसा पत्र देकर सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि दिनांक 04 अक्टूबर को जनपद पौड़ी गढ़वाल के थाना धुमाकोट क्षेत्रांतर्गत सिमड़ी गांव के पास देर सायं बारात की एक बस गहरी खाई में गिरकर दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी, जिसमें 34 लोगों की मृत्यु एवं 19 लोग घायल हुए थे।
इस विषम परिस्थितियों में राहत, खोज एवं बचाव कार्य में स्थानीय लोगों (जनार्दन प्रसाद जोशी, राजेश कुमार, संदीप सिंह, दिनेश सिंह रावत, जितेंद्र सिंह, संदीप सिंह, आशीष जोशी व प्रवेन्द्र सिंह) द्वारा पुलिस का काफी सहयोग किया
अशोक कुमार, पुलिस महानिदेशक ने कहा कि सड़क सुरक्षा हमारे लिए बहुत महत्त्वपूर्ण है।
उत्तराखंड में ही हर वर्ष हम 1000 जिंदगियां सड़क हादसे में खोते हैं। पूरे देश में यह आकड़ा लगभग डेढ़ लाख है, जो बहुत बड़ी संख्या है।
इसके प्रति केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार बहुत गंभीर है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली जनहानि में कमी लाये जाने के उद्देश्य से Good Samaritans Scheme प्रारम्भ की गयी है, जिसमें सड़क दुर्घटनाओं में घायल व्यक्तियों की सहायता करने वाले अच्छे व्यक्ति/व्यक्तियों (Good Samaritans) को पुरस्कृत किया जाता है।
इसी क्रम में राज्य सरकार के अनुमोदन से उत्तराखण्ड पुलिस द्वारा Good Samaritans पुरस्कार योजना प्रारम्भ की गयी है, जिसके अन्तर्गत यदि कोई व्यक्ति निम्नलिखित कार्यों में से कोई कार्य करता है, तो उत्तराखण्ड पुलिस उसे नगद इनाम और प्रशंसा पत्र प्रदान करती है।
सड़क सुरक्षा के लिए सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आम लोगों की भूमिका है। लोग पुलिस को सूचना देने से डरते हैं कि पुलिस अनेक तरह के सवाल पूछेगी लेकिन इन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण किसी की जिंदगी बचाना है इसीलिए यह स्कीम चलाई गई है।
आप लोग इस राज्य में यह पुरस्कार पाने वाले पहले लोग हैं और आप सभी ने बहुत अच्छा किया बहुत मेहनत आप लोगों ने की है इतनी रात में घायलों को इतनी गहरी खाई से लाया गया। आप लोगों ने रिस्क उठाकर इतना बड़ा कार्य किया है उसके लिए हम आप सब के आभारी हैं।
सेवा का कार्य पुरस्कार के लिए नहीं बल्कि किसी की जिंदगी बचाने के लिए किया जाता है। जिसे हमने स्कीम के साथ शुरू किया है जिससे सभी लोगों तक एक पॉजिटिव मैसेज जाएगा।
हमें लोगों के मन से यह भ्रांति निकालनी है कि अगर किसी की सहायता करेंगे तो पुलिस हमसे ही सवाल पूछेगी। ऐसा नहीं है आप आगे बढ़कर सहायता करेंगे तो पुलिस आपको सम्मानित करेगी। यही संदेश हम देना चाहते हैं। इसके साथ ही उनके द्वारा उपस्थित अधिकारियों एवं Good Samaritans के साथ दुर्घटनाओं के कारण एवं उनसे बचाव के उपायों पर चर्चा भी की गयी।