उत्तराखंड में निराश्रित गोवंश पशु को गोद लेने वाले को निश्चित मानदेय देने की तैयारी
honorarium to adopter of destitute cattle in Uttarakhand
देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज़ ) : honorarium to adopter of destitute cattle in Uttarakhand is to begin soon. मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने पशुपालन विभाग को इस संबंध में तत्काल दिशानिर्देश तैयार करने का आदेश दिया है।
उन्होंने कहा कि राज्य की सड़कों पर एक भी निराश्रित पशु न दिखे,
इसके लिए प्रशासन और आम जनता को मिलकर पूरी संवेदनशीलता और मानवीयता से काम करना होगा।
साथ ही, गोशालाओं के निर्माण के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि जारी करने और सीएसआर के माध्यम से अतिरिक्त धन जुटाने के निर्देश दिए गए हैं।
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गोवंशीय पशुओं की अनिवार्य ईयरटैंगिग, पशुमालिकों की होगी ट्रैकिंग
मुख्य सचिव ने लोगों और ग्रामीण क्षेत्रों में पशुपालकों द्वारा पाले जाने वाले गोवंशीय पशुओं की अनिवार्य ईयरटैगिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
इससे आवारा और निराश्रित गोवंशीय पशुओं के मालिकों की ट्रैकिंग की जा सकेगी।
इस संबंध में जन जागरूकता बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं।
राज्य में कुल पंजीकृत 60 गोसदन, 14000 शरणागत गोवंशीय पशु व 20687 निराश्रित पशु
वर्तमान में राज्य में कुल 60 पंजीकृत गोशालाएं हैं,
जिनमें 14,000 शरणागत गोवंशीय पशु रह रहे हैं।
इसके अलावा, राज्य में लगभग 20,687 निराश्रित पशु हैं।
गोशालाओं के निर्माण में जनपद टिहरी ने सबसे बेहतर काम किया है।
मुख्य सचिव ने गोशालाओं और सड़कों पर निराश्रित गोवंशीय पशुओं की व्यवस्था और स्थिति की निगरानी के लिए एक समिति गठित करने के निर्देश भी दिए हैं।
honorarium to adopter of destitute cattle in Uttarakhand
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सचिवालय में राज्य में गोसदनों के निर्माण की प्रगति की समीक्षा की।
बैठक में उत्तराखण्ड पशु कल्याण बोर्ड ने जानकारी दी कि वर्तमान में में राज्य में कुल पंजीकृत 60 गोसदन हैं।
पंजीकृत गोसदनों में शरणागत गोवंशीय पशुओं की संख्या लगभग 14000 है।
वर्तमान में निराश्रित पशुओं की संख्या 20687 है।
जनपद पौड़ी गढ़वाल में सर्वाधिक 5525 निराश्रित गौवंशीय पशु हैं।
ऊधमसिंह नगर में 4955, देहरादून में 2050, नैनीताल में 2155 व टिहरी में 2259 निराश्रित पशु हैं।
राज्य में सभी जनपदों में 54 स्थानों पर भूमि चिन्हित कर सड़कों पर विचरण कर रहे निराश्रित गोवंशीय पशुओं को शरण दिए जाने हेतु गोसदनों की स्थापना का कार्य किया जा रहा है।
honorarium to adopter of destitute cattle in Uttarakhand
इस काय्र को तीव्रता से कराये जाने हेतु 25 स्थानों पर मिसिंग लिंक के माध्यम से 10 करोड़ की धनराशि प्रस्तावित है।
गोसदनों के निर्माण में जनपद टिहरी में सबसे बेहतरीन कार्य किए गए हैं।
बैठक में सचिव बीवीआरसी पुरूषोतम, अपर सचिव सी रविशंकर, नितिन सिंह भदौरिया सहित पशुपालन व पंचायती राज विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।