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डोईवाला पुलिस ने निभाया कर्तव्य, विधि-विधान से किया अज्ञात का अंतिम संस्कार

Doiwala Police performed its duty, performed the last rites of the unknown as per the rules and regulations.

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : डोईवाला पुलिस ने एक बार फिर मानवता का फर्ज निभाते हुए अपनी कर्तव्यनिष्ठा का परिचय दिया है।

एक अज्ञात व्यक्ति के शव का पूरे धार्मिक विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार करके पुलिस ने न केवल अपने कानूनी दायित्व का निर्वहन किया,

बल्कि मानवीय मूल्यों को भी उजागर किया है।

जहां वे केवल कानून व्यवस्था के रक्षक ही नहीं, बल्कि समाज के संरक्षक के रूप में भी कार्य करते हैं।

इस कार्य से पुलिस की संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण का पता चलता है।

पुलिस बल में ऐसे अधिकारी और कर्मचारी हैं जो अपने कर्तव्य से परे जाकर भी समाज की सेवा करने को तत्पर रहते हैं।

यह घटना समाज के लिए एक सकारात्मक संदेश है

और पुलिस के प्रति लोगों के विश्वास को मजबूत करने में सहायक होगी।

क्या और कब हुई घटना ?

24/25 जुलाई 2024 की रात्रि को एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी।

112 कंट्रोल रूम से कोतवाली डोईवाला को सूचना मिली कि

थाना डोईवाला क्षेत्र के अंतर्गत गुरुद्वारा के पास नकरौंदा में रेलवे ट्रैक पर एक व्यक्ति ट्रेन से कटकर गिरा हुआ है।

सूचना मिलते ही पुलिस बल तत्काल घटनास्थल पर पहुंचा।

मौके पर पहुंचकर पुलिस ने पाया कि रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात पुरुष,

जिसकी उम्र लगभग 28 वर्ष अनुमानित की गई,

अचेत अवस्था में पड़ा हुआ था।

प्रथम दृष्टया यह स्पष्ट था कि उक्त व्यक्ति की मृत्यु ट्रेन की चपेट में आने के कारण हुई थी।

पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शव की तलाशी ली,

लेकिन दुर्भाग्यवश मृतक की पहचान संबंधी कोई दस्तावेज नहीं मिला

पुलिस ने अज्ञात शव की शिनाख्त के लिए व्यापक प्रयास किए।

आसपास के लोगों से पूछताछ की गई, विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार किया गया, लेकिन मृतक के संबंध में कोई लाभप्रद जानकारी प्राप्त नहीं हो सकी।

नियमानुसार, शव का पंचायतनामा भरने के उपरांत उसे दून अस्पताल की मोर्चरी में शिनाख्त के लिए 72 घंटे तक रखा गया।

हिंदू विधि-विधान अंतिम संस्कार 

निर्धारित 72 घंटे की समयावधि पूर्ण होने के बाद भी जब शव की शिनाख्त नहीं हो पाई,

तो डोईवाला पुलिस ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया।

मृतक का संबंध हिंदू धर्म से होने का अनुमान लगाते हुए,

पुलिस ने 28 जुलाई 2024 को पूर्ण हिंदू विधि-विधान के अनुसार शव का दाह-संस्कार करने का निर्णय लिया।

लक्खीबाग श्मशान घाट पर पुलिस की देखरेख में अंतिम संस्कार किया गया।

इस कार्य में पुलिस ने न केवल कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया, बल्कि धार्मिक रीति-रिवाजों का भी पूरा ध्यान रखा

यह कदम पुलिस की संवेदनशीलता और समाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

हालांकि अंतिम संस्कार कर दिया गया है, लेकिन पुलिस की जिम्मेदारी यहीं समाप्त नहीं होती।

डोईवाला पुलिस अभी भी मृतक के परिजनों की तलाश में जुटी हुई है।

यह प्रयास जारी रहेगा ताकि मृतक के परिवार को उसके अंतिम संस्कार की जानकारी दी जा सके और उन्हें न्याय दिलाने में मदद की जा सके।

 

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