Dehradun

संयुक्त किसान मोर्चे ने डोईवाला में प्रदर्शन कर “अग्निवीर” योजना का जताया विरोध

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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’

देहरादून : केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना को वापस लिये जाने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा डोईवाला ने तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन कर उप जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा.

ज्ञापन में कहा गया है कि केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ पूरे देश का बेरोजगार युवा आंदोलित है

आज अखिल भारतीय स्तर पर संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर पूरे भारत वर्ष में इस योजना के खिलाफ किसान देश के प्रत्येक जिला, तहसील व ब्लॉक मुख्यालय पर प्रदर्शन कर योजना को वापस लेने हेतु राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित कर बेरोजगार युवाओं के आंदोलन को समर्थन कर रहे हैं

इसी कड़ी में डोईवाला में भी आज सुबह संयुक्त किसान मोर्चा से जुड़े किसान सुबह 11 बजे डोईवाला गन्ना सोसायटी में एकत्रित हुए जहां से केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए डोईवाला तहसील मुख्यालय पहुंचे

उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के जिलाध्यक्ष दलजीत सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार की अग्निपथ योजना बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड़ है ।

मात्र चार वर्ष के अल्पकालिक समय तक जो 75 % नौजवान सेना में भर्ती रहकर उसके बाद उसे नौकरी से बाहर कर दिया जाएगा सरकार के पास उसके भविष्य की कोई योजना नहीं है ।

सरकार बेरोजगार युवाओं के साथ खिलवाड़ कर सेना के सम्मान पर ठेस पहुंचाने का कार्य कर रही है जो देश की सुरक्षा के लिए ठीक नहीं है

आंदोलित लोगो को सम्बोधित करते हुए किसान सभा के नेता बलबीर सिंह व ज़ाहिद अंजुम ने कहा कि इस योजना के पीछे केन्द्र सरकार की मंशा ठीक नहीं है.

वह बेरोजगार युवाओं के साथ अन्याय कर रही है जबकि सरकार बनने पर मोदी सरकार ने दो करोड़ बेरोजगारो को रोजगार देने का वायदा किया था जो खोखला साबित हुआ ।

अब अगर कोई योजना बनाई भी है तो उसके पीछे नियत साफ नहीं है ।

आंदोलन को मोहित उनियाल व किसान नेता उमेद बोरा ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि जब से मौजूदा सरकार सत्ता में आई है एक के बाद एक सभी सरकारी संस्थानों को बेचने का बीड़ा उठा रखा है.

जिसने अब देश की सुरक्षा से खिलवाड़ करते हुए सेना जैसे संस्थान का भी निजीकरण करने का घातक फैसला लिया है जो देश के हित मे नही है ।

आन्दोलन को किसान सभा के जिला संयुक्त सचिव याक़ूब अली व मोर्चे के अध्यक्ष ताजिंदर सिंह “ताज” ने भी सम्बोधित करते हुए कहा कि जब देश का वह युवा जो बेरोजगार है ,इस योजना का विरोध कर रहा तो तो जबरदस्ती इस अल्पकालिक अग्निपथ योजना को बेरोजगार युवाओं पर क्यों थोपना चाहती है

उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं के विरोध को संज्ञान में नहीं ले रही उल्टे सरकार के केबिनेट मंत्री जनरल वी के सिंह जो सेना में अपनी सेवा देते हुए अपना कार्यकाल बढ़वाने के लिए कोर्ट तक चले गये थे वह अब इस अग्निपथ योजना के युवाओं को फायदे गिना रहे हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण है

आंदोलन को किसान यूनियन के नेता सुरेन्द्र सिंह खालसा , परवेज अली,संजय पुंडीर, गुरदीप सिंह, अश्विनी त्यागी, गन्ना सोसायटी के चेयरमैन मनोज नौटियाल, कमल अरोड़ा, हरबंश सिंह, सरजीत सिंह, एडवोकेट महेश लोधी, मु० अकरम आदि ने भी सम्बोधित किया ।

आंदोलित किसानों ने सरकार की अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग को लेकर उपजिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति महोदय भारत सरकार को ज्ञापन भेजा ।

आंदोलन में मुख्य रूप से जगजीत सिंह, किशन सिंह, शमशाद अली, रूद्र प्रसाद उपाध्याय, परमजीत, सोनू कुमार, संजीव कुमार, श्याम सुंदर, घनश्याम ,भगवान सिंह, इलियास अली, संजय पाल, उस्मान आदि सैकड़ो लोग उपस्थित थे

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