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डोईवाला की बिटिया अर्चना की ऊंचाई छूने की चाह,आपको भी कर सकती है प्रेरित

देहरादून ( रजनीश प्रताप सिंह ) : कहते हैं जहां चाह वहां राह

ऐसा ही कुछ दिखाई पड़ता है डोईवाला की बिटिया अर्चना नौटियाल के मामले में

सपनों की उड़ान को लगे पंख

अर्चना नौटियाल भले ही एक मध्यम वर्गीय परिवार में जन्मी हो लेकिन उसने अपने रास्ते खुद बनाने की ठानी है

यूं तो वह अपने स्कूल के दिनों से ही सभी एक्टिविटी में बढ़ चढ़कर भाग लेती रही है

लेकिन जब उसने अपने माता-पिता को पर्वतारोहण के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए कहा

तो उनकी स्वीकृति मिलते ही उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा

स्पेशल कोर्स के बाद कल वापस आई डोईवाला

अर्चना नौटियाल ने माउंटेनयरिंग में 24 सितंबर से 14 अक्टूबर 2023 तक का स्पेशल कोर्स किया है

इस कोर्स के तहत 5490 मीटर ऊंचाई पर स्थित Dhumdhar Kandi Pass Expedition धूमधार कंडी पास की है

उत्तराखंड के उत्तरकाशी स्थित Nehru Institute of Mountaineering नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ़ माउंटेनियरिंग के प्रिंसिपल कर्नल अंशुमन भदोरिया के मार्गदर्शन में उसने यह है कोर्स पूरा किया है

इसका आयोजन Uttarakhand Tourism Development Board (UTDB) उत्तराखंड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड और NIM के सहयोग से किया गया है

कितना आया खर्चा ?

यूके तेज को जानकारी प्रदान करते हुए अर्चना ने बताया कि

यदि आपके अंदर पर्वतारोहण का जुनून है और कुछ कर दिखाने की चाहत है

तो ऐसे में सरकार के द्वारा तमाम रास्ते खुले हुए हैं

उसके द्वारा किया गया स्पेशल कोर्स उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड और नेहरू इंस्टिट्यूट ऑफ़ माउंटेनियरिंग के द्वारा कराया गया है

ऐसे में कोर्स का सभी खर्च सरकार द्वारा उठाया गया है

सितारों से आगे जहां और भी हैं

अर्चना ने बताया कि उसने वर्ष 2022 में कर्नल अमित बिष्ट के मार्गदर्शन में NIM का बेसिक माउंटेनियरिंग कोर्स कंप्लीट किया है

वह पहले से ही सर्टिफाइड लो एल्टीट्यूड गाइड है

जबकि अब इस कोर्स के करने के बाद वह सर्टिफाइड हाई एल्टीट्यूड गाइड बन गई है

अब स्पेशल कोर्स सर्टिफिकेट के बाद उसकी इच्छा है कि वह एडवांस्ड माउंटेनियरिंग कोर्स करे

Satopanth Peak Expedition (7075 m) माउंट सतोपंथ पीक पर आरोहण करे

उत्तराखंड में 6,387 m ऊंचाई पर स्थित कलंग अथवा ब्लैक पीक और 6,316 m ऊंचाई पर स्थित बंदर पूछ फतेह करें

रोजगार के खुले हैं रास्ते

अर्चना नौटियाल ने बताया कि वह एडवांस्ड माउंटेनियरिंग कोर्स करने की इच्छा रखती है

बताया कि उत्तराखंड सरकार का पर्यटन पर खास फोकस है

उत्तराखंड की आजीविका में पर्यटन की विशेष भूमिका है

ऐसे में यदि आप पर्यटन से जुड़े कोर्स करते हैं तो यह निश्चित रूप से आपको करियर बनाने में मदद करते हैं

बचपन से ही होनहार है अर्चना

अर्चना नौटियाल देहरादून के जोगीवाला स्थित विवेकानंद स्कूल से स्टडी के दौरान अब तक 8 नेशनल गेम खेल चुकी है

वह वर्ष 2016 में चार बार National level fencing राष्ट्रीय स्तर पर फेंसिंग यानि तलवारबाजी खेल चुकी है

इसके अलावा वह चार बार राष्ट्रीय स्तर पर खो-खो प्रतियोगिता में भी प्रतिभाग कर चुकी है

इसके अलावा वह एनसीसी की ‘सी’ सर्टिफिकेट होल्डर है

जिसका वह नैनीताल के रानीबाग में “एक भारत श्रेष्ठ भारत” का नेशनल कैंप भी कर चुकी हैं

तो कौन है अर्चना नौटियाल ?

डोईवाला के शक्ति भवन मंदिर के पुजारी और प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित देवेंद्र प्रसाद नौटियाल की सुपुत्री है अर्चना नौटियाल

जबकि उसकी माँ निर्मला नौटियाल एक गृहणी है

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