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“हेलीकॉप्टर सेवा फर्जी वेबसाइट” और “बीमा पॉलिसी” से जुड़े दो बड़े घोटालों का उत्तराखंड ने किया पर्दाफाश

Dehradun : उत्तराखंड पुलिस ने हेलीकॉप्टर सेवा फर्जी वेबसाइट और बीमा पॉलिसी से जुड़े दो राष्ट्रीय घोटालों का पर्दाफाश किया है

क्या कहा डीजीपी अशोक कुमार ने 
→ साइबर क्राइम को लेकर कर रहे कैपेसिटी बिल्डिंग
→ साइबर क्राइम के Enforcement पर है फोकस
→ Digital Crime पर है Zero Tolerance Policy

उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा है कि उत्तराखंड पुलिस विस्तृत जांच और विश्लेषण के माध्यम से साइबर अपराधियों को पूरे भारत की विभिन्न जेलों में भेजने के लिए प्रतिबद्ध है.

साइबर क्राइम प्रवर्तन Cyber Crime Enforcement के साथ-साथ हम क्षमता निर्माण (Capacity Building) पर भी ध्यान केंद्रित  कर रहे हैं। हमारे पास इस तरह के डिजिटल अपराधों के लिए (Zero Tolerance) है.

जहां हमारी टीमें पूरे भारत में उन्हें पकड़ने और विभिन्न राज्यों में राष्ट्रीय Linkages के साथ उन्हें उजागर करने के लिए समर्पित हैं।

बीमा और नकली हेलीकॉप्टर वेबसाइट घोटाला वर्कआउट दोनों ऐसे संगठित अपराधियों को कड़ा संदेश भेजने के लिए एक प्रमुख उदाहरण है।

उन्होंने बताया कि उत्तराखंड साइबर विंग, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्पेशल टास्क फोर्स के पर्यवेक्षण में काम कर रहा है

उत्तराखंड एसटीएफ ,साइबर थाना देहरादून में हाल ही में दो राष्ट्रीय घोटालों बीमा धोखाधड़ी और फर्जी हेलीकॉप्टर वेबसाइट घोटालों का पर्दाफाश किया है

क्या है फर्जी इंश्योरेंस घोटाला ? 

Insurance Scam

→ गाजियाबाद,नोयडा से चल रहा था राष्ट्रीय बीमा घोटाला
→ 82 वर्षीय सीनियर सिटीजन गंवा बैठे 42 लाख रुपये
→ बीमा पॉलिसी EMI, प्रीमियम,मनी रिकवरी के नाम से ठगी
→ अजीत राठी नाम का गैंग लीडर पुलिस ने किया अरेस्ट

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले 6-7 सालों से गाजियाबाद, नोएडा से एक राष्ट्रीय बीमा घोटाला संचालित किया जा रहा था

साइबर क्राइम थाना पुलिस ने पिछले महीने दिल्ली से एक मास्टरमाइंड अजीत राठी को गिरफ्तार किया है

जो दिल्ली एनसीआर से पिछले 6-7 सालों से ऑल इंडिया इंश्योरेंस धोखाधड़ी चला रहा था

जब इस इंश्योरेंस घोटाले के शिकार एक 82 वर्षीय सीनियर सिटीजन ने पुलिस में एफ आई आर दर्ज करवाई तो पुलिस ने तत्काल इस पर अपनी कार्यवाही शुरू की

इस वरिष्ठ नागरिक ने इस फर्जी इंश्योरेंस स्कैम में 42 लाख रुपया गवा दिए थे

इस इंश्योरेंस घोटाले में शामिल गैंग के द्वारा पूरे भारत में बीमा पॉलिसी ईएमआई, प्रीमियम, मनी रिकवरी आदि के नाम पर लोगों के साथ ठगी की जा रही थी

उत्तराखंड पुलिस जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जता रही है

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रजनीश प्रताप सिंह तेज

क्या है फर्जी हेलीकॉप्टर वेबसाइट घोटाला ?

→देश भर में दर्ज हैं लगभग 6100 शिकायतें और 280 FIRs
→ धार्मिक पर्यटन के नाम पर चल रही थी फर्जी वेबसाइट
→ फर्जी वेबसाइट दे रही थी हेलीकाप्टर उड़ान का झांसा
→ गृह मंत्रालय की मदद से बंद की गयी हैं 41 फर्जी वेबसाइट
→ नीरज नाम का आरोपी पुलिस ने किया है गिरफ्तार

केंद्रीय गृह मंत्रालय के समर्थन से स्पेशल टास्क फोर्स के द्वारा फर्जी हेलीकॉप्टर सेवा देने वाली 41 वेबसाइटों को ब्लॉक किया गया है

इस प्रकार धार्मिक पर्यटन के नाम पर फ्रॉड करने वाले इन व्यक्तियों के चंगुल से बड़ी संख्या में जनता को बचा लिया गया है

देहरादून के साइबर क्राइम थाने ने इस साल बिहार के नवादा और नालंदा से इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है

इस मामले में तीन आरोपियों की गिरफ्तारी से पहले उत्तराखंड पुलिस के द्वारा 30 अलग-अलग शिकायतों का तकनीकी विश्लेषण किया गया

इस मामले में पुलिस के द्वारा 15 मोबाइल, 09 सिम कार्ड, 09 एटीएम, 01 पीओएस/एटीएम मशीन, 06 आधार (गिरफ्तार किए गए निरज के पास 04 आधार कार्ड), 03 पासबुक, 01 टैबलेट बरामद किया गया है

इस मामले में लगभग 6100 शिकायतें और 280 FIRs (उत्तराखंड-05, यूपी-56, तेलंगाना-112, दिल्ली-18, गुजरात-11, तमिलनाडु-15, हरियाणा-09, बिहार-08, कर्नाटक-08, महाराष्ट्र-07 और अन्य सभी भारत राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों में FIRs) दर्ज है

यह गैंग अलग-अलग साइबर अपराधों में शामिल है

जिनके द्वारा फर्जी वेबसाइट, फर्जी लोन साइट ,फर्जी फाइनेंस कंपनियां, सेक्सटॉर्शन आदि का अपराध किया जा रहा पाया गया

उत्तराखंड पुलिस जल्द ही इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी गिरफ्तार करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जता रही है

 

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