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राज्यपाल रहे मुख्य अतिथि,डोईवाला में आयोजित हुआ राष्ट्रीय सैनिक संस्था का 16वां राष्ट्रीय अधिवेशन

National Convention of Rahtriya Sainik Sanstha organised at Doiwala of Dehradun.
आज डोईवाला में राष्ट्रीय सैनिक संस्था का 16वां राष्ट्रीय अधिवेशन आयोजित किया गया जिसमें देश के विभिन्न राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया है.
>राज्यपाल बोले,”आपदा नियंत्रण में फौजियों की बड़ी भूमिका”
> सिपाही की कर्तव्यनिष्ठा,प्रशिक्षण,अनुशासन से ही यह संभव
>नगर पालिका से लेकर संसद तक हों पूर्व सैनिक मनोनीत
>20 लाख पूर्व सैनिक देश की तरक्की में हो सकते हैं महत्वपूर्ण
>प्रशिक्षित सैनिक हैं “देश का खजाना” : पवन सिन्हा,गुरूजी
>डोईवाला से गौरव सैनानी बीपी शर्मा, राज्यपाल द्वारा सम्मानित
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रजनीश प्रताप सिंह तेज

देहरादून :

20 लाख पूर्व सैनिक देश की प्रगति में हो सकते हैं महत्वपूर्ण : राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह 

राष्ट्रीय सैनिक संस्था के 16 वें राष्ट्रीय अधिवेशन मे पूर्व सैनिकों को नगर पालिका से संसद तक मे मनोनीत करने की मांग उठाई गई.

आज डोईवाला के अठूरवाला कोटि स्थित हिलोरी गार्डन में राष्ट्रीय सैनिक संस्था के 16 वें राष्ट्रीय अधिवेशन मे बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि) गुरमीत सिंह ने कहा की देश मे जब भी कभी कोई प्राकृतिक या मनुष्य निर्मित आपदा आती है , साधारणतय फौज को बुला लिया जाता है और स्थिति नियंत्रण मे भी आ जाती है.

यह फौज के प्रत्येक सिपाही की कर्तव्यनिष्ठा,प्रशिक्षण,अनुशासन और ईमानदारी के कारण संभव हो पाता है.

आज देश मे करीब 20 लाख ऐसे पूर्व सैनिक मौजूद है जो मुख्य धारा से मिलकर देश की प्रगति मे सहयोग दे सकते है. यह विचारणीय विषय है.

प्रशिक्षित सैनिक हैं “देश का खजाना” : पवन सिन्हा,गुरूजी

Pawan Chintan Dhara Founder,Pawan Sinha Guru ji पावन चिंतन धारा आश्रम के संस्थापक प्रोफेसर पवन सिन्हा गुरु जी ने कहा की एक सिपाही को प्रशिक्षित करने मे लंबा समय और बड़ा खर्चा लगता है.

इसलिए मूल्यों पर आधारित इस खजाने को व्यर्थ मे नही जाने देना चाहिए.

धर्मगुरु बनाये Common Minimum Programme : आचार्य लोकेश गिरी

Founder of World Peace Center,Acharya Lokesh Muni विश्व शांति केंद्र के संस्थापक आचार्य डा लोकेश मुनि ने कहा की जैसे राजनैतिक पार्टियां आपस मे Common Minimum Programme के आधार पर मिल जाती हैं.

वैसे ही देश के धर्म गुरुओ को एक मंच पर आकर Common Minimum Programme स्थापित करना चाहिए और इस प्रोग्राम मे पूर्व सैनिकों की भूमिका को शामिल करना चाहिए.

सर्वोच्च बलिदान को हो सर्वोच्च सम्मान 

लेफ्टिनेंट जनरल अश्वनी कुमार बक्शी , लेफ्टिनेंट जनरल शक्ति गुरुंग , मेजर जनरल ओ पी सोनी और मेजर जनरल एम एल अशवाल ने अपने-अपने शब्दों मे कहा की सिपाही का बलिदान इसलिए सर्वोच्च माना जाता है की क्योंकि वो उसे एक बार ही दे सकता है इसलिए इसे सर्वोच्च बलिदान कहते हैं.

सर्वोच्च बलिदान को सम्मान भी सर्वोच्च ही मिलना चाहिए.

इसका बेहतरीन रास्ता है की पूर्व सैनिकों को जिन्होंने अपने जवानी का एक लंबा समय विषम परिस्थतियों मे मौत और दुश्मन के साये मे गुजारा है उन्हे लोक तांत्रिक संस्थानों मे मनोनीत किया जाए.

प्रत्येक विभाग मे हो गौरव सेनानी की नियुक्ति : कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी

Veer Chakra Recipient and National President of Rashtriya Sainik Sanstha Colonel Tejendra Pal Tyagi राष्ट्रीय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर चक्र प्राप्त कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी ने कहा की देश मे व्याप्त भ्रष्टाचार भी एक आपदा बन चुका है.

इसे कम करने का सबसे अच्छा,सबसे तेज और सबसे प्रभावी रास्ता है की नीचे से ऊपर तक प्रत्येक विभाग मे एक गौरव सेनानी को सांकेतिक वेतन के ऊपर नियुक्त कर दिया जाए. भ्रष्टाचार नियंत्रण , राष्ट्रीय एकीकरण और चरित्र निर्माण स्वत : ही प्रारंभ हो जाएंगे.

इन शख्सियतों का किया गया “विशेष सम्मान” 

इस अवसर पर

अग्रवाल पैकर्स एंड मूवर्स के रमेश अग्रवाल ,

लाइफ स्पेन ग्रुप ऑफ ऐन्टरप्राइजेज के संस्थापक नरेंद्र राम नंबूला ,

विश्व योगा चैंपियन दिव्याग तेजस्वी शर्मा ,

गौरव सेनानी महावीर प्रसाद चमोली ,

गौरव सेनानी बी पी शर्मा

और राष्ट्रीय सैनिक संस्था की हापुड़ इकाई ( सुमन त्यागी )

को सम्मानित किया गया.

इन मुद्दों का लिया गया है संकल्प

कर्नल एम के शर्मा , प्रोफेसर नीलम पवार , रमा महाजन , संगीता , निषिता दीक्षित , स्वेता तलवार , सीमा त्यागी , सुमन त्यागी , प्रीति तिवारी , सुनंदा त्यागी , मजमबीका नम्बियार , लता वढेरे , ब्रिगेडियर सुनील गाओपांडे , ऐयर कमोडोर सुरेन्द्र सिंह , कर्नल किशोर उप्पल , प्रशांत पाटेल , कैप्टन दिवजेन्द्र सिंह , गौतम साहू , डा सुदर्शन , कैप्टन सुरेश चंद की तरफ से आज सम्मलेन में विभिन्न मुद्दे भी उठाए गए.

जिनका बड़ी संख्या में उपस्थित गौरव सेनानियों और देश भक्त नागरिकों ने करतल ध्वनि से स्वागत और समर्थन किया.

सभी ने इन बिंदुओं के क्रियान्वयन के लिए संकल्प लिया प्रमुख बिंदु इस प्रकार हैं :-

1. आज छत्रपती शिवाजी का भी जन्मदिन है.

उनकी माँ “जीजा बाई” के नाम मे एक प्रशस्ती पत्र प्रत्येक अग्निवीर की माँ को भेजा जाए.

2. उत्तराखंड से पलायन रोकने के लिए एक ब्लॉक मे एक स्कूल के अंदर छोटे छोटे स्कूलों का विलय कर दिया जाए , वहीं नजदीक ही एक छोटा क्लिनिक या अस्पताल बनवा दिया जाए और एक गाँव मे दो हलधर , दो ग्राम प्रहरी और एक कम्पाउंडर नियुक्त कर दिया जाए.

3. गाँव के जन्मदिन मनाने की प्रथा को बढ़ावा दिया जाए.

4. पूर्व सैनिकों को पंजाब की “Guardians of Governance” स्कीम की तरह गाँव के स्तर से राज्य के स्तर तक नियुक्त किया जाए.

इन राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने किया प्रतिभाग

राष्ट्रीय अधिवेशन मे उत्तराखंड , उत्तर प्रदेश , बिहार , राजस्थान , जम्मू एंड कश्मीर , तमिलनाडु , कर्नाटक , उड़ीसा , हरियाणा , बिहार , मध्य प्रदेश , पोर्ट ब्लेयर , पश्चिम बंगाल , महाराष्ट्र , दादरा नगर हवेली आदि के शीर्ष पदाधिकारियों ने भाग लिया.

आयोजन में रहा उल्लेखनीय योगदान

आज आयोजित राष्ट्रीय अधिवेशन के आयोजन में डोईवाला से गौरव सेनानी बीपी शर्मा और अशोक वर्मा का महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय योगदान रहा है.

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