
वेब पत्रकारिता के विश्वसनीय नाम
“यूके तेज” से जुड़ें,
वाट्सएप्प करें 8077062107
नई दिल्ली : देश में अब 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में याद किया जायेगा।
इस विभाजन में न केवल भारतीय उप-महाद्वीप के दो टुकड़े किये गये बल्कि बंगाल का भी विभाजन किया गया।
देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2021
देश के विभाजन के दर्द पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुये प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता।
नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी।
उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।
पीएम मोदी ने कहा ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ का यह दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी।
गौरतलब है कि देश के बंटवारे के समय करीब 90 लाख शरणार्थी पंजाब से पाकिस्तान गए थे।
इस दौरान 13 लाख लोग मारे गए। इसके अलावा 1.5 करोड़ विस्थापित हुए।