उत्तराखंड की ITI में “पहले आओ-पहले पाओ” के आधार पर मौका,ट्रेनिंग के दौरान 8000 से लेकर 12000 रुपयों का स्टाइपेंड
Opportunity to join ITI in Uttarakhand on first come first serve basis, stipend of Rs 8000 to Rs 12000 during training

देहरादून,22 सितम्बर 2025 ( रजनीश प्रताप सिंह तेज ) : राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान की एक टीम आज डोईवाला पहुंची जिसने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से भेंट की.
संयुक्त निदेशक गढ़वाल मंडल अनिल गुसाईं के निर्देश पर आज कार्यदेशक राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान देहरादून रविंद्र सिंह सोलंकी अनुदेशिका रेनू कश्यप, अर्चना वर्मा और अनुदेशक कुलदीप सिंह की टीम ने डोईवाला के जनरल प्रतिनिधियों से संपर्क किया और उन्हें इसके बारे में विस्तृत जानकारी दी,
टीम ने नगर पालिका अध्यक्ष नरेंद्र नेगी,ब्लॉक प्रमुख गौरव सिंह ,पब्लिक इंटर कॉलेज के मैनेजर मनोज नौटियाल ,सामाजिक कार्यकर्त्ता राहुल सैनी आदि से मुलाकात कर इस बारे में विस्तृत जानकारी दी है.
बताया कि उत्तराखंड सरकार के कौशल विकास एवं सेवायोजन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण घोषणा की है.
उन्होंने बताया कि राज्य के 87 राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई) में शिल्पकार प्रशिक्षण योजना (Craftsmen Training Scheme) के तहत प्रवेश प्रक्रिया चल रही है.
इन संस्थानों में प्रवेश के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता आठवीं या दसवीं पास है.
प्रशिक्षण महानिदेशालय, भारत सरकार ने प्रवेश की अंतिम तिथि 30 सितंबर 2025 निर्धारित की है.
प्रवेश ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर हो रहे हैं, इसलिए इच्छुक उम्मीदवारों को जल्द से जल्द आवेदन करने की सलाह दी गई है.
डुअल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग (Dual System of Training)
टीम ने यह भी बताया कि युवाओं को उद्योग की मांग के अनुरूप प्रशिक्षण देने के लिए इस साल ‘डुअल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग’ (DST) योजना शुरू की गई है.
जिसका मतलब है कि प्रशिक्षण की कुल अवधि का आधा हिस्सा आईटीआई में और शेष आधा हिस्सा संबंधित उद्योग में होगा.
उद्योग में प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षार्थियों को ₹8,000 से ₹12,000 तक का स्टाइपेंड भी मिलेगा.
विभाग ने इस योजना के लिए टाटा मोटर्स, हीरो मोटोकॉर्प, बजाज ऑटो, महिंद्रा एंड महिंद्रा और हिमालयन पावर मशीन मैन्युफैक्चरिंग जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.