देहरादून :हिन्दू धर्म में श्रावण मास का विशेष महत्व है।ऐसे कौन से 5 कार्य हैं जिन्हें सावन के महीने में वर्जित बताया गया है।
इस बारे में विडियो में हमें बता रहे हैं,”माँ शक्ति ज्योतिष केंद्र” दुर्गा चौक,जॉलीग्रांट के ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश तिवारी :—-
(1) क्षौर कर्म को श्रावण के माह में वर्जित बताया गया है अर्थात शरीर के बाल काटना,नाखून काटना इत्यादि। जो सावन के व्रतधारी हैं उनके लिए तो शेविंग (दाढ़ी बनाने) को भी वर्जित बताया गया है।
(2)इस मास में दही के सेवन को वर्जित बताया गया है।बरसात में दही में पाया जाने वाला लैक्टोबैसिलस बैक्टीरिया अत्यधिक सक्रिय हो जाता है जिससे कईं प्रकार की बिमारियों के होने का खतरा होता है।
(3)मांस,मछली,अंडा,मदिरा इत्यादि का सेवन न करें।ये सब आसुरी वृत्ति के परिचायक हैं।यह महीना देवताओं के विशेष पूजन का है।
(4) तामसिक वृत्ति से बचें।झूठ,कपट,छल इत्यादि से दूर रहें।
5)आहार,व्यवहार की शुद्धता रखें।मन,विचार,बुद्धि की शुद्धता प्रभु कृपा के लिये खास महत्व रखती है।
(DISCLAIMER-ये ज्योतिषाचार्य पंडित रमेश तिवारी जी के निजी विचार हैं।इनको मानना अथवा व्यवहार में लाना पूरी तरह से आपके अपने विवेक पर निर्भर करता है।)