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देहरादून : उत्तराखंड क्रांति दल ने आज उपजिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करते हुये डोईवाला की बिरला-यामहा फैक्ट्री से लगभग 65 करोड़ रुपये की मशीनो के चोरी होने का आरोप लगाया।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेतृत्व में आज बिरला यामा पावर सॉल्यूशन के कर्मचारियों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रदर्शन और नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री को उप जिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया।
क्या है आरोप :—
डोईवाला के लाल तप्पड़ स्थित बिरला फैक्ट्री पर कर्मचारियों का करोड़ों रुपया बकाया है।
फैक्ट्री बंद होने पर देनदारी के चलते
प्रशासन फैक्ट्री को सील करके
नीलामी के लिए लिक्विडेटर नियुक्त कर दिया था।
उत्तराखंड क्रांति दल का आरोप है कि
मैनेजमेंट तथा शासन प्रशासन की मिलीभगत के चलते
अब तक लगभग ₹65 करोड़ की
भारी-भरकम मशीनरी चोरी हो गई हैं।
यह मशीनें बिना जेसीबी और क्रेन की मदद के नहीं निकाली जा सकती थी।
यानि यूकेडी का आरोप साफ है कि इस चोरी में शासन-प्रशासन की मिलीभगत है।
उत्तराखंड क्रांति दल के पूर्व अध्यक्ष तथा संरक्षक बीडी रतूड़ी ने कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल कर्मचारियों के हितों की लड़ाई आखिरी दम तक लड़ेगा।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता शिव प्रसाद सेमवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की विधानसभा डोईवाला में यह चोरी उत्तराखंड के इतिहास की सबसे बड़ी चोरी है लेकिन शासन प्रशासन की चुप्पी हैरत जनक है।
उत्तराखंड क्रांति दल के नेता डी एम काला ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि एक बार फैक्ट्री सील होने और लिक्विडेटर बिठाए जाने के बाद सारी जिम्मेदारी लिक्विडेटर और शासन प्रशासन की बनती है
ऐसे में प्रशासन को इस पर कार्यवाही करनी चाहिए ताकि फैक्ट्री कर्मचारियों को जल्दी से जल्दी उनका हक मिल सके।
उत्तराखंड क्रांति दल के वीरेंद्र थापा ने कहा कि कर्मचारी अपना काम करता है।
मैनेजमेंट और शासन प्रशासन की गलती का नुक्सान कर्मचारियो को नही भुगतना चाहिए।
केंद्रीय सचिव युवा मोर्चा अरविंद बिष्ट ने सभी कर्मचारियों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया और आंदोलन को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक कमेटी बनाने का भी सुझाव दिया जिसे सभी कर्मचारियों ने तत्काल मान लिया
जिला अध्यक्ष केंद्रपाल सिंह तोपवाल ने सभी कर्मचारियो से अपनी लड़ाई लड़ने के लिए व्हाट्सएप और फेसबुक ग्रुप बनाने की आवश्यकता जताई। ताकि कार्यक्रम की बेहतर रणनीति और बेहतर क्रियान्वयन किया जा सके।
उत्तराखंड क्रांति दल के जोत सिंह गुसाईं ,अवतार सिंह बिष्ट,पिंकी थपलियाल’
सीमा रावत,धनवीर सिह रावत,प्रमोद डोभाल, सुरेंद्र चौहान,
सहित बिरला यामा के बालम सिंह रावत, शैलेंद्र सिंह नेगी,
मोहन सिंह रावत,अजय गोस्वामी, रमेस्वर पांडेय, सहित सैकड़ो कर्मचारी शामिल थे।