‘दूल्हे’ को भेजा 50 लाख मानहानि का कानूनी नोटिस,बुलावा भेजा लेकिन ‘बारात’ में नही ले गया

हरिद्वार जिले के एक दोस्त द्वारा अपने दूसरे दोस्त की बारात में बुलावा भेजने के बाद भी बारात में नही ले जाने के आरोप में क्षमा याचना और पचास लाख मानहानि का नोटिस भेजा गया है.
> हरिद्वार के रहने वाले दो पक्के दोस्तों का है मामला
> बारात में चलने का न्यौता भेजकर भी नही ले गये
> मोना, काका ,सोनू, कन्हैया, छोटू ,आकाश छूट गये
> एडवोकेट अरुण भदौरिया के माध्यम से भेजा नोटिस
> 3 दिन में सार्वजनिक क्षमा और 50 लाख अदा करें
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रजनीश प्रताप सिंह ‘तेज’
हरिद्वार :
आरोप है बिना साथ लिये बारात ले चले गए ‘दूल्हे मियां’
दो दोस्तों की मित्रता उस वक़्त बिगड़ गयी जब एक दोस्त ने अपने गहरे दोस्त को अपनी शादी में कुछ व्यक्तियों को बारात में चलने के लिये न्यौतने को कहा
लेकिन जब दोस्त बुलावा भेजे गये व्यक्तियों के साथ निर्धारित स्थान और समय पर पहुंचा तो दूल्हे मियां बारात लेकर जा चुके थे.
इस घटना से क्षुब्द होकर अब दोस्त द्वारा अपने वकील के माध्यम से दूल्हे को एक कानूनी नोटिस भेजा गया है.
जिसमें तीन दिन के भीतर सार्वजानिक रूप से क्षमा मांगने और 50 लाख रुपये मानहानि के अदा करने को कहा गया है.
क्या कहा एडवोकेट अरुण भदौरिया ने
वादी के अधिवक्ता अरुण भदौरिया द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार हरिद्वार के बहादराबाद में रहने वाले रवि पुत्र वीरेंद्र की शादी बीती 23 जून को धामपुर जिला बिजनौर की एक युवती अंजू से होनी तय हुई थी.
जिसमें चंद्रशेखर पुत्र स्वर्गीय मुसद्दीलाल जो कनखल के रहने वाले हैं.
रवि और चंद्रशेखर जो कि एक बहुत गहरे दोस्त हैं.
रवि ने अपने दोस्त चंद्रशेखर को एक लिस्ट बनाकर दी कि वह शादी के कार्ड उन लोगों को बटेगा ताकि वह लोग रवि की शादी में 23 जून 2022 की शाम लगभग 5 बजे धामपुर जिला बिजनौर के लिए रवाना होंगे.
रवि के कहने पर चंद्रशेखर ने मोना, काका ,सोनू, कन्हैया, छोटू ,आकाश इन सभी लोगों को कार्ड बांटे और यह आग्रह किया कि आप लोग 23 जून 2022 की शाम 5:00 बजे शादी के लिए अपनी सुविधा अनुसार वाहन में चलने के लिए तैयार रहना है और चलना है.
यह सभी लोग चंद्रशेखर के साथ शाम को 4:50 पर पहुंच गए और वहां जाकर जानकारी हुई कि बरात जो है वह जा चुकी है.
जिस पर चंद्रशेखर ने रवि से जानकारी ली तो रवि ने बताया कि हम लोग जा चुके हैं और आप लोग वापस चले जाओ.
जिस पर चंद्रशेखर के कहने पर जो लोग शादी में जाने के लिए आए हुए थे उन सभी लोगों को दुख पहुंचा
और उन सभी ने चंद्रशेखर को अत्यधिक मानसिक प्रताड़ना पहुंचाई और चंद्रशेखर की छवि को खराब किया और भविष्य के लिए मतलब आस्था खत्म करने के लिए चेतावनी दी.
जिसके लिए जानबूझकर रवि द्वारा चंद्रशेखर की मानहानि की इस संबंध में चंद्रशेखर ने रवि को फोन पर भी मानहानि के संबंध में सूचना दी लेकिन उसने ना तो कोई खेद प्रकट किया ना ही कोई शमा याचना की
जिस पर चंद्रशेखर ने अपने एडवोकेट अरुण भदोरिया के माध्यम से एक कानूनी नोटिस रवि को भिजवाया है कि 3 दिन के अंदर अंदर मानहानि की बाबत सार्वजनिक रूप से क्षमा याचना करें और की गई मानहानि की बाबत चंद्रशेखर को ₹5000000 दिया जाना सुनिश्चित करें .
यदि अनुपालन नहीं किया गया तो सक्षम न्यायालय में सक्षम वाद दायर किया जाएगा