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लच्छीवाला के जंगल में हुई फायर ड्रिल,फारेस्ट डिपार्टमेंट ने की “कण्ट्रोल बर्निंग”

आप वीडियो में देखें कैसे की जाती है CONTROL BURNING :——

(ONLY 2 मिनट वीडियो)

देहरादून : डोईवाला के लच्छीवाला रेंज के अंतर्गत स्थित रिज़र्व फारेस्ट में आज वन विभाग ने वन अग्नि शमन के उपाय का अभ्यास किया।

इसके तहत जंगल में डिपार्टमेंट के द्वारा “कण्ट्रोल बर्निंग” की गयी।

क्या है CONTROL BURNING ?

इसे GOOD FIRE या PRESCRIBED FIRE भी कहा जाता है।

इसमें फारेस्ट फायर की दृष्टि से महत्वपूर्ण फायर लाइन को चिन्हित किया जाता है।

आज लच्छीवाला के आरक्षित वन क्षेत्र में फारेस्ट डिपार्टमेंट की टीम ने सबसे पहले ब्लोवर की मदद से ROTTEN MATERIAL यानि जमीन पर पड़ी पत्तियों इत्यादि को हटाकर दो तरफा साफ़ पट्टियां तैयार की जिनके बीच में सूखी पत्तियां इत्यादि आ जाती हैं।

इसके बाद इसे जलाया जाता है।इससे जो बीच का स्थान है वो एक ओर की आग को दूसरी ओर फैलने से रोकता है।

लच्छीवाला के फॉरेस्ट रेंज ऑफिसर,घनानंद उनियाल ने बताया की लच्छीवाला रेंज के अंतर्गत 5500 हेक्टेयर आरक्षित वन क्षेत्र आता है।

जिसमें 5 सेक्शन ऑफिसर टीम लीडर,फॉरेस्ट गार्ड,फायर वॉचर और डेली वेजेस कर्मचारी निरंतर वन अग्नि पर नजर बनाये रहते हैं।

जैसे ही कहीं से वन अग्नि की कोई सूचना प्राप्त होती है तुरंत रिस्पांस करते हैं।

श्री घनानंद उनियाल ने बताया की हम पैदल पट्टियों की सफाई करके 20 से 50 फीट की फायर लाइन तैयार करते हैं जिस पर कण्ट्रोल बर्निंग की जाती है।

फारेस्ट रेंजर घनानंद उनियाल की निगरानी में वन दारोगा सत्य प्रसाद बिंजोला की टीम ने आज कण्ट्रोल बर्निंग की।

उत्तराखंड के जंगलों में हर साल वन अग्नि के चलते गर्मियों में बड़े पैमाने पर जान-माल की हानि की घटनायें होती रहती हैं।

इसके रोकथाम के उपाय (PREVENTIVE MEASURE) के तौर पर फारेस्ट डिपार्टमेंट हर साल नियंत्रित अग्नि यानि CONTROL BURNING करता है।

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